१-रसोइया बनने के लिए करना होगा नया आवेदन
२-जिले के २१०० विद्यालयों पर करीब ६०२३ पदों पर होंगे रसोईया
महराजगंज। चुनाव आचार संहिता समाप्त होने बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने रसोइया के चयन की कवायद शुरू कर दी है। चयन के लिए महिलाओं को नया आवेदन करना होगा। किसी का नवीनीकरण नहीं किया जाएगा। उसी महिला को रसोइया बनाया जाएगा, जिसका पाल्य स्कूल में पढ़ता हो।
परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय पर बच्चों के लिए गरमा गरम और पौष्टिक भोजन बनाने के लिए रसोइया के चयन का प्राविधान है। जिले के 2100 विद्यालयों पर करीब 6023 रसोइयों के पद हैं। रसोइयों का चयन ग्राम स्तरीय रसोइया समिति करती है। समिति में ग्राम प्रधान अध्यक्ष, प्रधानाध्यापक सचिव, दो महिला और दो पुरुष अभिभावक रहते हैं। रसोइयों का चयन आवेदन करने के बाद किया जाता है। रसोइया संघ के पदाधिकारी आवेदन प्रक्रिया समाप्त कर रसोइयों की स्थायी तैनाती की मांग कर रहे थे। लेकिन उनकी मांग नहीं मानी गई।
पिछले साल के चयन प्रक्रिया को इस वर्ष भी लागू किया गया है। इसके तहत विद्यालय पर तैनाती के लिए महिलाओं को नया आवेदन करना होगा। विद्यालय पर उन्हीं महिलाओं का रखा जाएगा, जिनके पाल्य का नामांकन उस विद्यालय पर होगा। ऐसी रसोइया जिसका पाल्य पिछले साल पढ़ रहा था लेकिन इस वर्ष स्कूल से निकल गया है, उसका चयन नहीं किया जाएगा।
मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के जिला समन्वयक शैलेंद्र वर्मा ने बताया कि रसोइयों के चयन से संबंधित फाइल सीडीओ को भेज दी गई है। स्वीकृति मिलने के बाद चयन की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी। जून तक चयन कर लिया जाएगा।
साभार : अमर उजाला
२-जिले के २१०० विद्यालयों पर करीब ६०२३ पदों पर होंगे रसोईया
महराजगंज। चुनाव आचार संहिता समाप्त होने बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने रसोइया के चयन की कवायद शुरू कर दी है। चयन के लिए महिलाओं को नया आवेदन करना होगा। किसी का नवीनीकरण नहीं किया जाएगा। उसी महिला को रसोइया बनाया जाएगा, जिसका पाल्य स्कूल में पढ़ता हो।
परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय पर बच्चों के लिए गरमा गरम और पौष्टिक भोजन बनाने के लिए रसोइया के चयन का प्राविधान है। जिले के 2100 विद्यालयों पर करीब 6023 रसोइयों के पद हैं। रसोइयों का चयन ग्राम स्तरीय रसोइया समिति करती है। समिति में ग्राम प्रधान अध्यक्ष, प्रधानाध्यापक सचिव, दो महिला और दो पुरुष अभिभावक रहते हैं। रसोइयों का चयन आवेदन करने के बाद किया जाता है। रसोइया संघ के पदाधिकारी आवेदन प्रक्रिया समाप्त कर रसोइयों की स्थायी तैनाती की मांग कर रहे थे। लेकिन उनकी मांग नहीं मानी गई।
पिछले साल के चयन प्रक्रिया को इस वर्ष भी लागू किया गया है। इसके तहत विद्यालय पर तैनाती के लिए महिलाओं को नया आवेदन करना होगा। विद्यालय पर उन्हीं महिलाओं का रखा जाएगा, जिनके पाल्य का नामांकन उस विद्यालय पर होगा। ऐसी रसोइया जिसका पाल्य पिछले साल पढ़ रहा था लेकिन इस वर्ष स्कूल से निकल गया है, उसका चयन नहीं किया जाएगा।
मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के जिला समन्वयक शैलेंद्र वर्मा ने बताया कि रसोइयों के चयन से संबंधित फाइल सीडीओ को भेज दी गई है। स्वीकृति मिलने के बाद चयन की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी। जून तक चयन कर लिया जाएगा।
साभार : अमर उजाला