11 प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूलों में लटक रहे ताले -
महराजगंज लक्ष्मीपुर। शिक्षकों की कमी से क्षेत्र के 30,000 बच्चों का भविष्य अंधेरे में दिखाई दे रहा है। क्षेत्र के प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूलों में 879 की जगह मात्र 154 की तैनाती है। इसके चलते 11 विद्यालय में ताले लटक गए हैं, जो विद्यालय संचालित हैं शिक्षकों की कमी से पढ़ाई बाधित हो रहे हैं।
शिक्षा की गुणवत्ता मद्देनजर केंद्र सरकार ने देश में शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 लागू किया गया। इसके अंतर्गत 14 वर्ष तक के बच्चों को नि:शुल्क यूनिफार्म, पाठ्य-पुस्तक के साथ ही छात्रवृत्ति और मध्याह्न भोजन भी दिए जाने की व्यवस्था है। लेकिन शिक्षकों की कमी के चलते उसका लाभ जरूरतमंद बच्चों को नहीं मिल पा रहा है। लक्ष्मीपुर क्षेत्र के 172 प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूल में 30,000 बच्चों के नामांकन हैं। इन छात्रों को पढ़ाने के लिए 879 की जगह मात्र 154 शिक्षकों की तैनाती है। इतना ही नहीं शिक्षकों के अभाव में खुखुड़ियहवा, अचलगढ़, इटहिया, तेन्दुही, अमहवा व लोहिया ग्राम करीमदादपुर समेत छह प्राथमिक विद्यालय एवं करमहवा बसंतपुर, कोटकम्हरिया, महेशपुर मेहदियां, दनदनहवां व समरधीरा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय अब भी बंद हैं। शिक्षकों के अभाव से अधिकतर अभिभावकों का सरकारी स्कूलों से मोहभंग हो रहा है। अगले सत्र से वे अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में शिक्षा देने का मन बना लिए हैं। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीपुर तारकेश्वर पांडे ने बताया कि नई तैनाती है। उच्च अधिकारियों से मिलकर बंद चल रहे विद्यालयों को संचालित किया जाएगा।
साभार:अमर उजाला
महराजगंज लक्ष्मीपुर। शिक्षकों की कमी से क्षेत्र के 30,000 बच्चों का भविष्य अंधेरे में दिखाई दे रहा है। क्षेत्र के प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूलों में 879 की जगह मात्र 154 की तैनाती है। इसके चलते 11 विद्यालय में ताले लटक गए हैं, जो विद्यालय संचालित हैं शिक्षकों की कमी से पढ़ाई बाधित हो रहे हैं।
शिक्षा की गुणवत्ता मद्देनजर केंद्र सरकार ने देश में शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 लागू किया गया। इसके अंतर्गत 14 वर्ष तक के बच्चों को नि:शुल्क यूनिफार्म, पाठ्य-पुस्तक के साथ ही छात्रवृत्ति और मध्याह्न भोजन भी दिए जाने की व्यवस्था है। लेकिन शिक्षकों की कमी के चलते उसका लाभ जरूरतमंद बच्चों को नहीं मिल पा रहा है। लक्ष्मीपुर क्षेत्र के 172 प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूल में 30,000 बच्चों के नामांकन हैं। इन छात्रों को पढ़ाने के लिए 879 की जगह मात्र 154 शिक्षकों की तैनाती है। इतना ही नहीं शिक्षकों के अभाव में खुखुड़ियहवा, अचलगढ़, इटहिया, तेन्दुही, अमहवा व लोहिया ग्राम करीमदादपुर समेत छह प्राथमिक विद्यालय एवं करमहवा बसंतपुर, कोटकम्हरिया, महेशपुर मेहदियां, दनदनहवां व समरधीरा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय अब भी बंद हैं। शिक्षकों के अभाव से अधिकतर अभिभावकों का सरकारी स्कूलों से मोहभंग हो रहा है। अगले सत्र से वे अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में शिक्षा देने का मन बना लिए हैं। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीपुर तारकेश्वर पांडे ने बताया कि नई तैनाती है। उच्च अधिकारियों से मिलकर बंद चल रहे विद्यालयों को संचालित किया जाएगा।
साभार:अमर उजाला