नौकरी बचाने के लिए प्रदेश के शिक्षामित्र ने भरी हुंकार : प्रदेश के सभी जिलों से दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए रविवार को शिक्षामित्र बस से हुए रवाना
इलाहाबाद: पांच अक्टूबर को दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए रविवार को शिक्षामित्र बस से रवाना हुए। कंपनी बाग में एकत्रित हुए विभिन्न ब्लाकों के शिक्षामित्रों ने एकता का परिचय देते हुए नारेबाजी की। शिक्षामित्रों ने हुंकार भरी कि शिक्षामित्र की एकता केंद्र सरकार देख लेगी। इस दौरान शिक्षामित्रों ने कहा कि एनसीटीई शिक्षामित्रों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। उत्तराखंड, मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र में शिक्षामित्रों को टीईटी से छूट एनसीटीई ने प्रदान की है। जबकि उप्र में शिक्षामित्रों को टीईटी से छूट नहीं दी गई है। जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर मानव संसाधन विकास मंत्रलय मंत्री स्मृति ईरानी व पीएम नरेंद्र मोदी से छूट देने की मांग की जाएगी। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन जिलाध्यक्ष अश्वनी त्रिपाठी के नेतृत्व में शिक्षामित्र बस से दिल्ली रवाना हुए।
शिक्षामित्रों का बकाया मानदेय देने की मांग
आदर्श शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक में शिक्षामित्रों को जल्द से जल्द मानदेय देने की मांग की गई। अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डा. रूद्र प्रसाद मिश्र ने कहा कि पंचायत चुनाव में चुनाव कर्मियों को बस की व्यवस्था और दस लाख की बीमा सुविधा दी जानी चाहिए। महिलाओं की डयूटी चुनाव में नहीं लगाई जाए।
बेसिक शिक्षा में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए 2004 में पत्रचार से बीएड करने वाले जो विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षित एवं परीक्षा पास हैं। उन्हें टीईटी से मुक्त रखते हुए सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित किया जाए। सरकार शिक्षामित्रों के संबंध में उचित एवं ठोस निर्णय ले। ताकि उनका व बच्चों का भविष्य सुरक्षित रह सके। इस मौके पर कमलेश त्रिपाठी, नीरज मिश्र, नीलिमा ठाकुर, कल्पना गुप्ता, रश्मि, डा. मुनीश, मयंकधर, गंगाधर, राजेंद्र, सुरेंद्र पांडेय, डा. गीता रंजन व नागेंद्र आदि मौजूद रहे।