ट्रांसफर के खेल में 'हिट विकेट' हुए बीएसए : स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान बीएसए के पास सत्ताधारी दल से जुड़े कई नेता और शिक्षक नेता ट्रांसफर की सिफारिश लेकर पहुंचे थे।
आगरा: बेसिक शिक्षा विभाग में ट्रांसफर के खेल में बीएसए हिट विकेट हो गए हैं। शासन में उनके खिलाफ रोक के बावजूद ट्रांसफर करने की शिकायत हुई है। इस पर बेसिक शिक्षा मंत्री ने संज्ञान भी ले लिया है। बीएसए से पिछले दिनों किए गए ट्रांसफर का पूरा रिकॉर्ड तलब किया है।
पिछले महीने शासन ने परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों का जनपद के अन्दर ट्रांसफर करने की नीति निकाली थी। एक निश्चित प्रक्रिया के बाद जनपदीय कमेटी की सहमति से शिक्षकों का ट्रांसफर होना था, मगर इसी बीच हाईकोर्ट ने शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त कर दिया। इससे ट्रांसफर प्रक्रिया पूरी तरह प्रभावित हो गई। इसके चलते शासन ने ट्रांसफर प्रक्रिया पर रोक लगा दी, मगर इस रोक के बाद भी जिले में बीएसए धर्मेद्र सक्सेना ने 23 शिक्षकों के ट्रांसफर कर दिए। रोक के बाद जब ट्रांसफर हुए, तो सत्ताधारी दल से जुडे़ एक नेता ने शासन में इसकी शिकायत की है। साक्ष्य के रूप में तीन शिक्षकों के कार्यमुक्त होने के पत्र भी संलग्न किए हैं।
मंत्री ने ली मामले की संज्ञान
इस शिकायत को बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने नाराजगी जताते हुए बेसिक शिक्षा निदेशक दिनेश बाबू शर्मा को बीएसए के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है। निदेशक ने बीएसए से ट्रांसफर किए सभी शिक्षकों का रिकॉर्ड तलब किया है। इसके अलावा स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।
सत्ताधारी और शिक्षकों नेताओं ने भी की थी सिफारिश
स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान बीएसए के पास सत्ताधारी दल से जुडे़ कई नेता और शिक्षक नेता ट्रांसफर की सिफारिश लेकर पहुंचे थे। बीएसए ने सबको आश्वासन दिया था, लेकिन उनकी सिफारिश नहीं चली।
पिछले बीएसए भी बैकडेट में नपे थे
पूर्व बीएसए ओंकार सिंह बघेल भी बैक डेट में ट्रांसफर करने के खेल में फंसे थे। उन्होंने भी शासन की रोक के बाद खंड शिक्षाधिकारी का ट्रांसफर कर दिया था। इस पर शासन ने उन्हें हटा दिया था।