मतगणना में कर्मचारी कम पड़े तो लगाई शिक्षा मित्रों की ड्यूटी : जबकि चार चक्रों के मतदान में शिक्षा मित्रों, समायोजित शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी से दूर रखा गया
चंदौसी(ब्यूरो)। शिक्षा मित्रों का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन रद्द होने के बाद शासन ने अब तक कोई स्पष्ट आदेश नहीं किया है कि आखिर समायोजित शिक्षक पढ़ाएंगे या नहीं। उन्हें मानदेय मिलेगा या फिर वेतन। मिलेगा भी या नहीं। पिछले चार चक्रों के मतदान में शिक्षा मित्रों, समायोजित शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी से दूर रखा गया लेकिन मतगणना में जब कर्मचारियों की कमी पड़ी तो जिलेभर में करीब छह सौ शिक्षा मित्रों/समायोजित शिक्षकों को मतगणना ड्यूटी पर लगा दिया गया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रेमचंद्र यादव ने बताया कि मतगणना ड्यूटी पर जिले में शिक्षा मित्रों को भी लगाया गया है। हालांकि अब तक उन्हें चुनाव ड्यूटी से दूर रखा गया था लेकिन अब कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण उन्हें ड्यूटी पर लगाना पड़ा। हालांकि महिला शिक्षा मित्रों को ड्यूटी पर नहीं लगाया गया है। इधर प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष गिरीश यादव ने बताया कि शिक्षा मित्रों ने खुद ही चुनाव ड्यूटी के बहिष्कार का ऐलान किया था।
लेकिन चूंकि चुनाव आयोग व शासन का है, इसलिए ड्यूटी लगी है तो जिम्मेदारी के साथ उसका निर्वहन करेंगे।