शिक्षा मित्रों का जंतर-मंतर पर धरना खत्म : स्थानीय पुलिस ने केवल एक दिन ही इसकी अनुमति दी, NCTE के सदस्य सचिव जुगल किशोर से मिला है आश्वासन
लखनऊ। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के सदस्य सचिव जुगल किशोर से समाधान का आश्वासन मिलने के बाद शिक्षा मित्रों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना समाप्त कर दिया है। शिक्षा मित्रों की मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अपर सचिव रीना रे से मुलाकात कराई गई और उन्होंने एनसीटीई के सदस्य सचिव से उनकी बात कराई।
शिक्षा मित्रों ने जंतर-मंतर पर तीन दिनी धरना देने की घोषणा की थी, लेकिन स्थानीय पुलिस ने केवल एक दिन ही इसकी अनुमति दी। जंतर-मंतर पर सोमवार को धरना दे रहे शिक्षा मित्रों का साथ देने के लिए भाजपा सांसद वरुण गांधी और जगदंबिका पाल पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि शिक्षा मित्रों के साथ अन्याय होने नहीं दिया जाएगा। इसके बाद शिक्षा मित्रों के एक प्रतिनिधि मंडल शिवकुमार शुक्ला, जितेंद्र शाही, गाजी इमाम आला, अनिल यादव, पुनीत चौधरी, कौशल कुमार सिंह व रमेश मिश्रा की मानव संसाधन विकास मंत्रालय की अपर सचिव से मुलाकात कराई गई। उन्होंने शिक्षा मित्रों की बातचीत एनसीटीई के सदस्य सचिव से कराई। आश्वासन मिलने के बाद शिक्षा मित्रों का धरना समाप्त हो गया है।
महाधिवक्ता से मांगी गई राय:-
लखनऊ। राज्य सरकार ने शिक्षा मित्रों के मामले में अब महाधिवक्ता से राय मांगी है। महाधिवक्ता से पूछा गया है कि शिक्षा मित्रों को क्या वेतन दिया जा सकता है और सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुज्ञा याचिका दाखिल करने पर उसकी क्या राय है। महाधिवक्ता की राय मिलने के बाद राज्य सरकार आगे निर्णय करेगी। गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने शिक्षक पद पर शिक्षा मित्रों का किया गया समायोजन रद्द कर दिया है। समायोजन रद्द होने के विरोध में शिक्षा मित्र आंदोलित हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने न्याय विभाग से राय मांगी थी कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद शिक्षा मित्रों को क्या वेतन दिया जा सकता है।