हरदोई, जागरण संवाददाता : हुजूर, मेरा क्या था कसूर। समायोजन रद्द होने के बाद से शिक्षामित्रों पर संकट के बादल छाए हैं, वह हक की लड़ाई भी लड़ रहे हैं लेकिन पिछले काफी समय से न वेतन मिला और न ही पिछले बकाया का भुगतान। परेशान शिक्षामित्र शुक्रवार को सड़क पर उतरे। पैदल मार्च निकलाते हुए शिक्षामित्र कलेक्ट्रेट पहुंचे और नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से जिलाधिकारी तक अपनी बात पहुंचाने के लिए ज्ञापन दिया।
आदर्श शिक्षामित्र बेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन कर बकाया वेतन मांगा। पैदल मार्च निकल कर नगर मजिस्ट्रेट को दिए गए ज्ञापन में शिक्षामित्रों ने वेतन व एरियर भुगतान की मांग रखी। कहा कि समायोजित शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त कर दिया गया था परन्तु शासन द्वारा समायोजित शिक्षकों पर वेतन व एरियर भुगतान कर कोई भी रोक नहीं लगाई गयी थी। परन्तु जिला बेसिक अधिकारी द्वारा समायोजित शिक्षकों का वेतन निर्गत नहीं किया गया जिससे समायोजित शिक्षक भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके है। समायोजन से पूर्व शिक्षा मित्रों का अप्रैल , मई का मानदेय ब्लाकों को नहीं भेजा गया। मांग की कि 11 सितंबर तक का अवशेष वेतन एवं एरियर निर्गत कराया जाए। प्रदेश उपाध्यक्ष रामभोले शर्मा, जिलाध्यक्ष संतोष कुमार शुक्ला, महमंत्री अमित शर्मा, मनोज दीक्षित, उमाशंकर पांडेय, जाकिर अली, राजेंद्र दीक्षित, संध्या गुप्ता, बीना बाजपेई , अंकित अग्निहोत्री आदि ने कहा कि यदि शिक्षकों की मांगों को एक सप्ताह में पूरा न किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।