सूबे में चार हजार उर्दू शिक्षकों की और भर्तियां होंगी। यह घोषणा बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने की।
उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश सरकार चार हजार उर्दू शिक्षकों की नियुक्तियां कर भी चुकी है। इतनी ही भर्तियां और की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि उर्दू एक ऐसी भाषा है जो भारत के अधिकतर इलाकों में बोली जाती है। यह भाषा आसानी से लोगों द्वारा समझी जाती है। यह अवामी जुबान है।
अहमद हसन शुक्रवार को जवाहर नवोदर विद्यालयों में तैनात उर्दू शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के समय भी उर्दू भाषा ने आजादी की ललक को जगाए रखा। इस मौके पर प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा डिम्पल वर्मा ने कहा कि उर्दू भाषा हमारे लिए धरोहर के समान है।
इसका सम्मान होना चाहिए। उत्तर प्रदेश के जवाहर नवोदय विद्यालयों में उर्दू भाषा दूसरी भाषा के रूप में कक्षा 6 से 9 तक के विद्यार्थियों को पढ़ाई जाती है।