अलीगढ़ : प्रधानमंत्री के गढ़ में हक की लड़ाई लड़ेंगे शिक्षा मित्र ; शिक्षा मित्रों के शिक्षक बनने के सपनों पर पंख लगते ही जमीन दिखा दी गई।
अलीगढ़ । शिक्षा मित्रों के शिक्षक बनने के सपनों पर पंख लगते ही जमीन दिखा दी गई। काउंसिलिंग और नियुक्ति पत्र देकर सहायक अध्यापक में समायोजित करने के बाद नियुक्तियां रद्द कर दी गईं। हालांकि इसको लेकर संघर्ष करते चले आ रहे शिक्षा मित्र अब प्रधानमंत्री के गढ़ में अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे। इसके लिए प्रदेश स्तरीय आह्वान पर वाराणसी में 22 नवंबर को होने वाले धरने में ब्रज क्षेत्र के सैकड़ों शिक्षा मित्र शामिल होंगे। जहां रद्द नियुक्तियां, रुके हुए वेतन और मानदेय समेत अनेकों समस्याएं उठाई जाएगी।
पिछले कई सालों की लंबी लड़ाई के बाद शिक्षा मित्रों को प्रदेश सरकार ने किसी तरह से सहायक अध्यापक में समायोजन के आदेश जारी किए। काउंसिलिंग कराकर नियुक्ति पत्र बांटने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई। जिले में 2826 शिक्षा मित्र हैं। जिनमें से पहले चरण में 923 और दूसरे चरण में 1627 शिक्षा मित्रों को नियुक्ति दे दी गई। हालांकि अभी भी बचे हुए शिक्षा मित्रों को नियुक्त किए जाने की प्रक्रिया चल रही थी कि शिक्षा मित्रों की खुशियों पर पलीता लग गया। उनकी नियुक्तियों को रद्द कर दिया गया। एक ओर जहां आदेश जारी किए गए वहीं दूसरी ओर शिक्षा में आक्रोश की लहर बहने लगी। कहीं जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन किया गया तो कहीं पैदल मार्च निकाले गए।
इतना ही नहीं शिक्षा मित्रों के प्रदेश पदाधिकारियों ने 18 सितंबर को वाराणसी में हुए प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में भी विरोध जताया। प्रदेश पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री से वार्ता भी की। इसके बाद भी तमाम कार्यक्रम किए जाते रहे। लेकिन शिक्षा मित्रों के वेतन, मानदेय सहित अन्य समस्याएं लगातार बनी हुई हैं। इसको लेकर अब शिक्षा मित्रों ने प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आंदोलन का मन बना लिया है। इसके लिए प्रदेश कार्यकारिणी ने अलीगढ़ मंडल को 22 नवंबर का समय दिया है।
वर्जन
-नियुक्तियां, वेतन और मानदेय बकाया समेत तमाम मांगों के लिए 22 नवंबर को वाराणसी में आंदोलन होगा। जिसमें अलीगढ़ मंडल से भारी संख्या में शिक्षा मित्र शामिल होंगे। इसको लेकर सोमवार को सुबह दस बजे बीआरसी एलमपुर में बैठक का आयोजन किया गया है। जिसमें सभी ब्लॉकों के शिक्षा मित्र रणनीति तैयार करेंगे। जिसके बाद बीएसए से भी मुलाकात की जाएगी।
-ऋषिपाल सिंह, जिलाध्यक्ष, शिक्षा मित्र संघ