करंडा (गाजीपुर): आमतौर पर परिषदीय विद्यालय बच्चों के लिए तरसते हैं, लेकिन करंडा क्षेत्र के विश्रामपुर गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के बच्चे शिक्षक के लिए तरस रहे हैं। यहां 171 बच्चे पंजीकृत और इसमें से लगभग डेढ़ सौ नियमित आते भी हैं, लेकिन शिक्षक के नाम पर अकेले प्रधानाध्यापक हैं। वह किसी तरह सभी कक्षाओं के बच्चों को पढ़ाते हैं। यहां और शिक्षक तैनात करने के लिए जिला पंचायत सदस्य हरेंद्र यादव ने बच्चों संग प्रदर्शन किया।
इस विद्यालय में एक शिक्षामित्र भी तैनात है लेकिन हाईकोर्ट द्वारा समायोजन रद करने के बाद से वह नहीं आती है। ऐसे में पूरे विद्यालय की जिम्मेदार सिर्फ प्रधानाध्यापक महेंद्र यादव के ऊपर है। प्रधानाध्यापक ने बताया कि कई बार संबंधित अधिकारियों से यहां और शिक्षक तैनात करने की मांग की गई, लेकिन अभी तक किसी को नहीं भेजा गया। इससे बच्चों को पढ़ाने में काफी परेशानी होती है। इसको लेकर अभिभावकों में काफी रोष है। उनका कहना है कि ऐसे कई विद्यालय हैं जहां बच्चों की संख्या कम है लेकिन शिक्षक अधिक हैं। इसकी जानकारी जब जिला पंचायत सदस्य हरेंद्र यादव को मिली तो वह विद्यालय पहुंचे और बच्चों के साथ वहीं पर धरना दिया। चेतावनी दी कि अगर शीघ्र ही यहां किसी शिक्षक की तैनाती नहीं की गई तो अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के साथ चक्काजाम किया जाएगा। इस संबंध में बेसिक शिक्षाधिकारी चंद्रकेश ¨सह यादव ने कहा कि दूसरे बैच के टीईटी शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्य पूरा होने के बाद उनकी ऐसे स्कूलों में ही तैनाती की जाएगी।