वाराणसी : अब आपके बच्चे भी मौसम वैज्ञानिक बन सकेंगे, क्योंकि जापान की टीम बच्चों को मौसम, पर्यावरण एवं आपदा प्रबंधन के गुर सिखाएगी। इसमें बच्चों को सिर्फ पढ़ाई या व्यावहारिक जानकारी ही नहीं बल्कि तकनीकी ज्ञान भी दिया जाएगा। इसके लिए बीएचयू के विशेषज्ञों के साथ 16 नवंबर को सीनेट हाल में जापानी टीम बैठक करेगी, जिसमें पांच स्कूलों का चयन किया जाएगा। यह पहल क्योटो-वाराणसी समझौते के तहत होना है।
मालूम हो क्योटो-वाराणसी समझौते के तहत काशी को बेहतर शहर बनाने की पहल की गई है। इसकी जिम्मेदारी जापान की एक एनजीओ सीड्स एशिया ने ली है जो बच्चों को मशीनों के साथ पर्यावरण, प्रदूषण, आपदा आदि के बारे में जानकारी देगी। यह कार्य काशी ¨हदू विश्वविद्यालय के पर्यावरण एवं सतत विकास संस्थान के साथ मिलकर किया जाएगा। इसको लेकर सोमवार को किक-आफ वर्कशाप का आयोजन सुबह 10 बजे से होगा। इसमें कुलपति प्रो. गिरीश चंद्र त्रिपाठी, जापानी मुख्य सचिव यासुको निशिमुरा, वाराणसी के मेयर श्रीराम गोपाल मोहले, प्रो. राजिब शाव, मैको मियाजाकी, आइईएसडी, बीएचयू के प्रो. एएस रघुबंशी, डा. कृपा राम, परमित वर्मा के अलावा विभिन्न स्कूलों के प्रिंसिपल एवं अध्यापक भाग लेंगे।
प्रो. रघुबंशी ने बताया कि बैठक में उन पांच स्कूलों का चयन किया जाएगा, जिसके बच्चों को वैज्ञानिक गुर सिखाए जाएंगे। इस योजना के तहत एक करोड़ रुपये अवमुक्त भी हो गए हैं। उम्मीद है कि इस पर कार्य 16 नवंबर से ही शुरू हो जाएगा।