महराजगंज: महराजगंज जिले में बेसिक शिक्षा का अजीब हाल है। ईमानदारी का ढोल पीटने वाले अफसर भी शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर नहीं ला पा रहे हैं। कम से कम बेसिक शिक्षा परिषद द्वरा संचालित इन विद्यालयों में चल रही अर्ध वार्षिक परीक्षा का नजारा देख कर तो यही लगता है कि यहां परीक्षा के नाम पर महज कोरम पूरा किया जा रहा है। बस यूं समझिए न प्रश्नपत्र, न उत्तर पुस्तिका हो गई परीक्षा। एक तरफ जहां सरकार सब पढ़े सब बढ़े का नारा दे रही है, वहीं दूसरी तरफ बच्चों को परीक्षा के समय प्रश्नपत्र व उत्तर पुस्तिका भी मयस्सर नहीं है। बच्चों को खड़ा होकर ब्लैक बोर्ड से पेपर तो नोट करना पड़ रहा है। दुखद तो यह है कि परीक्षा की कापी भी घर से लानी पड़ रही है। इसका नजारा दोपहर एक बजे परतावल विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सेमरा चंद्रौली में देखने को मिला। अनुदेशक बाहर ब्लैक बोर्ड पर कुछ लिख रहे थे। बच्चे खड़ा होकर उसे उतार रहे थे। जब बच्चों से यह पूछा गया कि आप खड़े होकर क्या नोट कर रहे हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि अर्ध वार्षिक परीक्षा का पेपर नहीं मिलता। बच्चों ने कहा कि कापी भी नहीं मिलती। कुल 311 में 219 बच्चे उपस्थित थे। प्रधानाध्यापिका शशिबाला ¨सह संयोगी अवकाश पर थी। सहायक अध्यापक उत्तम ¨सह ने बताया कि पेपर कापी के लिए कोई पैसा नहीं आता। बच्चों को पेपर ब्लैक बोर्ड पर नोट करा दिया जाता है और कापी घर से लाते हैं। खंड शिक्षा अधिकारी परतावल विजयानंद का कहना है कि विभाग से कोई धन इस मद मे नहीं मिलता। जिसके कारण दिक्कत हो रही है।
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