जागरण संवाददाता, पीलीभीत : इंस्पायर अवार्ड योजना में रजिस्ट्रेशन कराने के मामले में बेसिक शिक्षा विभाग के जूनियर हाईस्कूल फिसड्डी साबित हुए हैं। जनपद के 570 स्कूलों में से महज 20 स्कूलों के बच्चों के इंस्पायर अवार्ड योजना में रजिस्ट्रेशन कराए गए, जो काफी कम है। वहीं 45 माध्यमिक स्कूल, दो कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, एक सीबीएसई विद्यालय ने रजिस्ट्रेशन कराए हैं।
सरकार ने सीबीएसई, यूपी बोर्ड, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, जूनियर हाईस्कूल में अध्ययनरत बच्चों की विज्ञान के प्रति रुचि जगाने के लिए इंस्पायर अवार्ड योजना चलाई है, जिसमें प्रत्येक माध्यमिक स्कूल से पांच व जूनियर हाईस्कूल से तीन बच्चों को आनलाइन रजिस्ट्रेशन होता है। रजिस्ट्रेशन के बाद बच्चे को मॉडल बनाने के लिए पांच हजार रुपए की धनराशि का चेक प्रदान किया जाता है। मॉडल को जनपदीय प्रतियोगिता में प्रदर्शित किया जाता है। इंस्पायर अवार्ड योजना में आनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया कई महीनों से चल रही है। इस संबंध में सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य व वार्डन को निर्देश भी दिए जा चुके हैं। मगर इन निर्देशों का प्रधानाचार्यों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने में स्कूलों ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। हालत है कि 45 माध्यमिक स्कूल, 20 जूनियर हाईस्कूल, दो कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, एक सीबीएसई विद्यालय ने इंस्पायर अवार्ड योजना में बच्चों का रजिस्ट्रेशन कराया है। इस योजना में रजिस्ट्रेशन कराने का 15 नवंबर को आखिरी मौका है। इसके बाद रजिस्ट्रेशन न कराने वाले स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इंस्पायर अवार्ड प्रभारी लक्ष्मीकांत शर्मा ने बताया कि जिलेभर में 68 स्कूलों ने इंस्पायर अवार्ड में रजिस्ट्रेशन कराया है, जिसमें 20 जूनियर हाईस्कूल भी शामिल हैं। अगर कोई स्कूल रजिस्ट्रेशन कराने को छूट गया है, तो वह 15 नवंबर तक रजिस्ट्रेशन करा सकता है। रजिस्ट्रेशन न कराने वाले स्कूलों को डीआइओएस की ओर से नोटिस भेजे जाएंगे।