-स्कूल टाइम में बिना सूचना के नदारद मिले शिक्षक
-नोटिसों के बाद भी नहीं सुधार रही विभागीय स्थिति
जागरण संवाददाता, रायबरेली : परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होते हुए नजर नहीं आ रहा है। क्योंकि स्कूलों में तैनात शिक्षक अपने दायिव्यों पर ध्यान देते हुए नहीं दिख रहे है। ऐसे में खामियां को पुलंदा शैक्षिक स्तर को बढ़ाने के लिए जारी हुई नोटिसों पर भारी पड़ता दिखता है। वहीं परिषदीय स्कूलों में पंजीकृत छात्रों को भविष्य भी बर्बाद हो रहा है। कुछ ऐसा ही हाल वर्तमान में महाराजगंज ब्लाक के परिषदीय स्कूलों का है। निरीक्षण के दौरान स्कूल टाइम में शिक्षक बिना सूचना के अनुपस्थित मिले। इस पर बीईओ द्वारा तीनों शिक्षकों का वेतन रोकने का निर्देश जारी कर दिए है।
महाराजगंज खंड शिक्षाधिकारी विश्वनाथ प्रजापति ने ब्लाक के परिषदीय स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्कूलों में खामियां ही खामियां मिली। प्राथमिक विद्यालय कंशपुर में तैनात शिक्षक कृष्ण शंकर यादव बिना सूचना के गैरहाजिर मिले। इसके साथ ही स्कूल में शैक्षिक गुणवत्ता ठीक नहीं मिली। वहीं प्राथमिक विद्यालय माढगांव की शिक्षिका पुष्पलता और प्राथमिक विद्यालय थई में तैनात सुरेंद्र कुमार प्रजापति भी बिना सूचना के गैरहाजिर मिले। इस पर जब विद्यालय परिसर में मौजूद स्टाफ से अनुपस्थित रहने का कारण पूछा तो कोई भी सही जवाब नहीं दे सका। इस पर बीईओ ने तीनों शिक्षकों का वेतन काटने की संस्तुति करते हुए बीएसए को पत्र सौंपा है। वहीं वेतन काटे जाने की सूचना पर शिक्षकों के बीच हड़कंप मच गया है।
सिर्फ मिले 41 छात्र
बेसिक महेंद्र ¨सह राणा के निरीक्षण में उच्च प्राथमिक विद्यालय सूची में तैनात शिक्षक नेहा खालिम, संदीप कुमार ¨सह और अनुदेशक शैलेंद्र प्रताप ¨सह गैरहाजिर मिले थे। इस पर उन्होंने बीएसए को स्कूल का हकीकत परखने की निर्देश दिए थे। बीएसए ने एडी बेसिक के निर्देशों का पालन करते हुए प्राथमिक विद्यालय सूची को चेक किया तो वहां दूसरे दिन भी 253 में सिर्फ 41 छात्र उपस्थित मिले। ऐसे में बीएसए ने प्रधानाध्यापक को स्कूल की स्थिति में सुधार करने के सख्त निर्देश दिए है।