उन्नाव, जागरण संवाददाता: बेसिक शिक्षा परिषद स्कूलों में नौनिहाल बच्चों में नि:शुल्क पढ़ाई के साथ ही दोपहर में एमडीएम भी थाली में परोसा जा रहा है। जिसका मिशन गांवों में शिक्षा की अलख जगाने के अलावा बच्चे के स्वास्थ को बेहतर रखने के लिए गुणवत्तायुक्त भोजन दिलाना है। जिसकी देखरेख प्रधानाध्यापक के हांथ में सौंपी गई थी। योजना का सही ढंग से क्रियान्वयन न हो पाने की शिकायतें कई जनपदों से राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय में हुईं। जिसे गंभीरता से लेते हुए निदेशक ने मिड-डे मील की देखरेख में बदलाव कर दिया है।
सर्वशिक्षा अभियान परियोजना निदेशक शीतल वर्मा ने 17 नवंबर को एक पत्र डीएम व बीएसए को जारी किया है। इसमें स्पष्ट रूप से कहा है कि एमडीएम खाता संचालन में विद्यालय प्रबंध समिति अध्यक्ष को शामिल किया जाए। यानि कि अब खाता संचालन इंचार्ज टीचर के साथ-साथ एसएमसी अध्यक्ष के संयुक्त हस्ताक्षर से होगा। जिसे मिड-डे मील की गुणवत्ता में सुधार के साथ ही टीचर के विभागीय बोझ को कम करने से जोड़ा जा रहा है। निदेशक का निर्देश आते ही बीएसए ने तैयारी शुरू कर दी है। सभी बीईओ को एसएमसी अध्यक्ष के साथ ज्वाइंट एकाउंट खुलवाने का आदेश जारी कर दिया है। जिसे जल्द से जल्द अंजाम देने के लिए जिम्मेदार तेजी से सक्रिय हो गए हैं