सीतापुर : पूर्व माध्यमिक विद्यालय का संचालन प्राथमिक स्कूल के एक कक्ष में संचालित किया जा रहा है। विद्यालय निर्माण के कुछ साल बाद ही लोनियनपुरवा स्थित पूर्व माध्यमिक स्कूल का भवन जर्जर हो गया, जिस पर डरे-सहमें शिक्षकों ने इस भवन में शिक्षण कार्य करने से इंकार करते हुए प्राथमिक विद्यालय के कक्ष में संचालन शुरू कर दिया। इस बावत शिक्षक से लेकर अभिभावकों ने दर्जनों बार राज्य मंत्री, बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी को शिकायती पत्र भेजा। बावजूद इसके कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।
महमूदाबाद ब्लॉक के धरमपुर ग्राम पंचायत की प्रधान पुष्पा मौर्या ने बताया कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय का निर्माण वर्ष 2001 में तीन लाख अस्सी हजार रूपये की लागत से हुआ था। गांव के बगल से निकली केवानी नदी में प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ से विद्यालय परिसर में जलभराव के कारण विद्यालय का भवन जर्जर हो गया।
पिछले तीन वर्षो से भवन की भयावह स्थिति को देखकर प्राइमरी स्कूल के एक कमरे में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। विद्यालय भवन निर्माण के लिए समाज कल्याण राज्यमंत्री नरेंद्र ¨सह वर्मा व जिलाधिकारी से कई बार शिकायत की गई, लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान देना मुनासिब नही समझा। विद्यालय के शिक्षक मुशीर अहमद ने बताया भवन की स्थिति से खंड शिक्षाधिकारी व जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को पत्रों के माध्यम से कई बार अवगत कराया जा चुका है ¨कतु कोई व्यवस्था न होने तक विद्यालय में पंजीकृत छात्र-छात्राओं को प्राथमिक विद्यालय के एक कक्ष में बैठाकर शिक्षा देने का कार्य किया जा रहा है। क्षेत्र के भोला ¨सह, बहादुर, दुलारे, राजेंद्र,
रामसेवक आदि ने बताया कि एक कक्ष में ही कक्षा छह, सात और आठ के 51 बच्चों को इकलौता शिक्षक कैसे क्या पढ़ाता होगा ? यह सोचनीय विषय है। ग्रामीणों ने छात्रहित में भवन निर्माण के साथ शिक्षक बढ़ाने की मांग की है।