जाका, बदायूं : परिषदीय विद्यालयों के कंप्यूटरों का अन्य विभागों में इस्तेमाल किया जा रहा है। बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा नसीब नहीं हो पा रही है। यदि जहां कंप्यूटर हैं भी तो वहां अनुदेशकों नहीं हैं, तो कहीं बिजली की समस्या है। किसी विद्यालय के कंप्यूटर ब्लाक संसाधन केंद्र पर है तो तो कुछ खंड शिक्षा अधिकारी ही अपने घर ले गए और वापस नहीं किए। बीएसए ने ब्लाक संसाधन केंद्रों से इस संबंध में जानकारी मांगी, लेकिन बीआरसी से तितर-बितर हुए कंप्यूटरों की जानकारी छुपाने की कोशिश की जा रही है। एक बार फिर उन्हें रिमाइंडर भेजा गया है।
बदलते जमाने के साथ कदमताल करने को उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने को वर्ष 2006 से वर्ष 2012 तक सर्व शिक्षा अभियान के तहत 90 विद्यालयों में कंप्यूटर भेजे गए थे। कुछ दिन तो जोर-शोर से बच्चों को पढ़ाया गया, लेकिन उसके बाद स्थिति बदतर होती चली गई। आलम यह है कि कुछ ही विद्यालयों में बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा दी जा रही है। कुछ विद्यालयों में बिजली व्यवस्था न होने कंप्यूटर ठप पड़े हैं। विभागीय रिकॉर्ड के अनुसार 90 कंप्यूटर माने जाएं तो पढ़ाने के लिए महज 54 अनुदेशकों की नियुक्ति की गई है। कुछ विद्यालयों के कंप्यूटर ब्लाकों पर हैं।सूत्रों के अनुसार यह कंप्यूटर अन्य विभागों में भेज दिए गए। बीएसए आनंद प्रकाश शर्मा ने बताया कि ब्लॉकों से दोबारा सूचना मांगी गई है, सूचना न देने पर कार्रवाई की जाएगी।