हरदोई, जागरण संवाददाता: परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में एक और सनसनी खेज फर्जीवाड़ा सामने आया है। फर्जी टीइटी अंक पत्र के आधार पर नौकरी हासिल करने वाले आठ प्रशिक्षु पकड़ में आए हैं। सत्यापन में खुली पोल पर डायट प्राचार्या के पत्र पर बीएसए ने सभी का चयन निरस्त कर दिया है। वहीं फर्जीवाड़े पर बीएसए के आदेश पर खंड शिक्षा अधिकारी संडीला ने सभी आठ प्रशिक्षु शिक्षक शिक्षिकाओं के विरुद्ध कोतवाली शहर में एफआइआर दर्ज कराई है। पकड़ में आए सभी प्रशिक्षु आगरा, मथुरा और मैनपुरी की तरफ से रहने वाले हैं।
प्रदेश में 72 हजार 825 शिक्षक भर्ती 2011 में टीइटी अंकों के आधार पर नियुक्ति हुई है और टीइटी के अंक पत्रों में ही फर्जीवाड़े हुए। जिले में भी काफी संख्या में ऐसे खेल सामने आ चुके हैं। वहीं देखा जाए तो फर्जीवाड़े से जिले का गहरा नाता भी रहा। अब एक और खेल खुला है। जिसमें टीइटी के फर्जी अंकों के आधार पर आठ प्रशिक्षु शिक्षक शिक्षिकाओं ने न केवल नौकरी पा ली बल्कि प्रशिक्षण भी ले लिया, लेकिन बेवसाइट से अंक पत्रों का सत्यापन कराया गया तो गड़बड़ी पकड़ में आ गई। अभी हाल में ही हुई नियुक्ति में उनके पत्रों पर रोक लगा दी गई थी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की प्राचार्या डा. मीरा पाल की तरफ से बीएसए को भेजे गए पत्र पर बीएसए डा. ब्रजेश मिश्रा ने सभी आठ प्रशिक्षुओं का 28 अक्टूबर 2015 को किया गया चयन निरस्त करते हुए सभी के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराने का आदेश दिया था और उसी पर खंड शिक्षा अधिकारी संडीला रमेश चंद्रा ने सभी आठों के विरुद्ध कोतवाली शहर में एफआइआर दर्ज कराई गई है। कोतवाल नागेश कुमार मिश्रा ने बताया कि तहरीर के आधार पर कन्नौज जिले के छिबरामऊ थाना क्षेत्र के कटरा निवासी अपर्णा चंदेरिया, छिबरामऊ, कन्नौज के ही आवास विकास कालोनी निवासी कौशलेंद्र प्रताप ¨सह। आगरा के सुरौठी पोस्ट तुरकिया किरावली निवासी कुंवर पाल, मलपुरा, सहारा निवासी दीपू कुमार। आगरा के ही
भूपेंद्र ¨सह निवासी ग्राम वलीपुर थाना खैर। मैनपुरी के बेबर क्षेत्र के बहोरी जोगा निवासी हरवीर ¨सह। वहीं मथुरा जिला के मंगलावर भाग फॉडर मथुरा निवासी धर्मवीर ¨सह। और मथुरा के ही गढ़ी नंदू पोस्ट भरतिया थाना बल्देव निवासी धीरज पाल ¨सह के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कर ली गई है। कोतवाल ने बताया कि पूरे मामले की जांच होगी और उसी के आधार पर अब आगे की कार्रवाई की जाएगी।