बाराबंकी : चल रही सहायक अध्यापकों की भर्ती में 2012 के बीटीसी प्रशिक्षुओं को शामिल किए जाने को लेकर 2011 के प्रशिक्षुओं ने शनिवार को कैबिनेट मंत्री अर¨वद ¨सह गोप को ज्ञापन सौंपकर पूरे प्रकरण की जांच कराए जाने की मांग की है। आरोप है कि फर्जी तरीके से 2012 के प्रशिक्षुओं को काउंसि¨लग में शामिल कर अध्यापक बनाया जा रहा है।
मंत्री को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई करने की मांग की है। आरोप लगाया है कि 2012 के अभ्यर्थी यूपी टीइटी 2013-14 जिसकी परीक्षा 22 व 23 फरवरी को हुई थी जो परीक्षा उत्तीर्ण कर लिया है। ऐसे प्रशिक्षुओं की सबसे पहले काउंसि¨लग कराना अवैध है। 2011 बीटीसी प्रशिक्षु विवेक वर्मा, राहुल ¨सह, ज्ञानेंद्र श्रीवास्तव, अनुराग, ललित, अयाज, शिल्पी सिन्हा, रचना, प्रियंका, शिवपूजन, नेहा गुप्ता, सुधा रावत ने बताया है कि हम बीटीसी प्रशिक्षु 2011 बैच के प्रशिक्षण प्राप्त किया है और टीइटी भी पास किया है। शासन द्वारा बीटीसी 2012 बैच के प्रशिक्षुओं को ध्यान में रखते हुए विज्ञापन निकाला गया था। उस समय सभी प्रशिक्षु प्रशिक्षणरत थे। ऐसी दशा में बीटीसी जूनियर बैच के प्रशिक्षुओं की काउंसि¨लग करा ली गई। जबकि इनका परिणाम भी नहीं आया था। यह काउंसि¨लग अवैध है। हम प्रशिक्षुओं को वरिष्ठता सूची में नाम छोड़कर काउंसि¨लग कराई जाए और इन प्रशिक्षुओं के अंक पत्रों की जांच भी कराई जाए।