चकिया (चंदौली) : गरला प्राथमिक विद्यालय द्वितीय पर मध्याह्न भोजन का क्रियान्वयन नहीं होने से नौनिहालों का धैर्य शुक्रवार को जवाब दे दिया। नौनिहालों ने शिक्षण कार्य का बहिष्कार करते हुए थाली लेकर विद्यालय पर घंटों प्रदर्शन किया। आक्रोशित नौनिहालों का कहना रहा कि पिछले तीन सप्ताह से विद्यालय पर दोपहर का भोजन नहीं मिल रहा है।
प्रदर्शनकारी नौनिहालों का कहना रहा कि दो नवंबर से मध्याह्न भोजन योजना का क्रियान्वयन पूरी तरह ठप है। नौनिहालों ने कहा कि विद्यालय में रोज कहा जाता है कि कल से भोजन मिलेगा। लेकिन पूरे तीन सप्ताह बीत गये भोजन नहीं मिल रहा है। नाम न छापने की शर्त पर अभिभावकों ने बताया कि विद्यालय में पंजीकृत बच्चों की संख्या 155 है। जब कि उपस्थिति लगभग सौ बच्चों की होती है।
उधर उपस्थिति शत-प्रतिशत दिखाने का दबाव प्रधानाध्यापक पर ग्राम प्रधान द्वारा बनाया जाता है। ताकि खाद्यान्न सहित कनर्वजन कास्ट की बचत हो सके। आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान जानबूझ कर इस विद्यालय पर मध्याह्न भोजन के लिए खाद्यान्न व अन्य सामग्री नहीं दे रहे हैं। जबकि ग्राम पंचायत के अन्य दो प्राथमिक व एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय पर भोजन जैसे तैसे बन रहा है।
विद्यालय पर योजना का क्रियान्वयन नहीं होने से छात्र संख्या भी काफी कम हो गई है। लोगों का कहना रहा कि पंचायत चुनाव के चलते विकास क्षेत्र के अधिकांश परिषदीय विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना का क्रियान्वयन बेपटरी पर है। यह एबीएसए की घोर लापरवाही को उजागर करता है। प्रदर्शन करने वालों में खुशबू, धर्मेन्द्र, आकाश, शिवम, अमन, सतीश, राजेश, सूरज, अनामिका समेत तमाम नौनिहाल शामिल थे।