वाराणसी : शिक्षक ही शिक्षकों को करेंगे प्रेरित ; एससीईआरटी (स्टेट काउंसिल फार एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) उत्तर प्रदेश के सौजन्य से दो दिवसीय एजूकेशन लीडर कार्यशाला जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पर आयोजित हुई।
वाराणसी : निरंतर प्रयास व सकारात्मक सोच के साथ अगर शिक्षक, शिक्षण कार्य में नए-नए नवाचार को शामिल करें तो निश्चित तौर पर उसका परिणाम देखने को मिलता है। नवाचार पर आधारित शिक्षण कार्य न केवल शिक्षकों को स्वयं बल्कि बच्चों को भी सक्रिय और रचनात्मक बनाता है। इस कारण ऐसे प्रशिक्षण और व्यवस्था की जरूरत है जिससे शिक्षक ही शिक्षक को प्रेरित करे।
कुछ ऐसे संकल्पों के साथ रविवार को स्टार एजुकेशन और एससीईआरटी (स्टेट काउंसिल फार एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) उत्तर प्रदेश के सौजन्य से दो दिवसीय एजूकेशन लीडर कार्यशाला जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पर आयोजित हुई। दो दिवसीय कार्यशाला में छह विकास खंड के 39 एजुकेशन लीडर सम्मिलित हुए। कई सत्रों में आयोजित इस कार्यशाला में हाल में संपन्न हुए नवाचार क्रियांवयन चक्र की उपलब्धियों पर समीक्षात्मक चर्चा की गई। साथ ही आगामी महीने से शुरू हो रही इंफ्लुएंस चक्र में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के बारे में भी महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
इस चक्र के दौरान आने वाले दिनों में एजुकेशन लीडर अपने-अपने न्याय पंचायत के शिक्षकों के नेटवर्क के जरिए बच्चों व साथी शिक्षकों को नवाचारी प्रवृति के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित व प्रभावित करने का कार्य करेंगे। इसमें कुछ चिन्हित बच्चों के साथ साथी शिक्षक, विद्यालय प्रबंधन समिति में शामिल अभिभावक सदस्य पर केंद्रित कार्य करेंगे जिसका सीधा असर बच्चों की शिक्षा पर होगा। कार्यशाला के दौरान बेहतर कार्य करने वाले एजुकेशन लीडर को सम्मानित भी किया गया।
इस दौरान शिक्षकों को लखनऊ से आए सीनियर प्रोग्राम मैनेजर मानव सिंघा, दिल्ली से आए परविंदर सिंह ने प्रेरित किया। कार्यक्रम संचालन में प्रबंधक गोपाल सिंह, नेहा सिंह व अभिषेक रंजन ने अहम भूमिका निभाई।
📌 वाराणसी : शिक्षक ही शिक्षकों को करेंगे प्रेरित ; एससीईआरटी (स्टेट काउंसिल फार एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) उत्तर प्रदेश के सौजन्य से दो दिवसीय एजूकेशन लीडर कार्यशाला जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पर आयोजित हुई।
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