उरई, जागरण संवाददाता : प्राथमिक शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधि मंडल ने बुधवार को मुख्य विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर समस्याओं के निराकरण की मांग की। कहा गया कि पंचायत चुनाव में जो शिक्षक गंभीर बीमारी, विकलांगता या फिर अन्य किसी कारण से ड्यूटी नहीं कर पाये हैं उनके खिलाफ एफआईआर करा दी गयी है। जबकि शिक्षक अपने हर कार्य को निष्ठा से करता है। एफआईआर वापस ली जायें। इसके साथ ही जो शिक्षक निर्वाचन ड्यूटी कर रहे थे उनको अन्य जनपदों के समान ही भत्ता दिया जाये। सीडीओ ने आश्वासन दिया कि समस्याओं का निराकरण शीघ्रता से कराया जायेगा।
बुधवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष महेंद्र ¨सह भाटिया के साथ युद्धवीर कंथरिया, जिला मंत्री संजय दुबे, नरेश निरंजन, राजेश शुक्ला, अनुराग मिश्रा ने मुख्य विकास अधिकारी से मिलकर शिक्षकों की समस्याओं से अवगत कराया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि पंचायत चुनाव में बहुत से शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गयी थी। उनमें से कई विकलांग थे, कई गंभीर रूप से बीमार थे या चिकित्सकीय अवकाश में थे। जिसके चलते वह ड्यूटी नहीं कर पाये। इसके बाद इन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर करा दी गयी जो गलत है। शिक्षक शिक्षण कार्य करने के साथ ही अन्य शासकीय कार्य निष्ठा पूर्व संपादित करता है। जिसको देखते हुए सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन शिक्षकों ने ड्यूटी की है उनके मानदेय में एकरूपता होनी चाहिए। नरेश निरंजन ने कहा कि रैपिड सर्वे का भत्ता अभी तक नहीं दिया गया उसको दिलाया जाये।