बाराबंकी: छह माह से न मानदेय मिला न वेतन। ऐसे में शिक्षा मित्रों का धैर्य जवाब दे रहा है। सहायक अध्यापक पद पर 12 सितंबर को समायोजन रद्द होने के बाद आहत शिक्षामित्रों को सरकार की ओर से भी कोई राहत नहीं मिल पा रही है। 12 सितंबर से पहले का वेतन भुगतान के बारे में भी अधिकारी शासन से स्पष्ट निर्देश न होने की बात कह रहे हैं, ऐसे में शिक्षामित्रों की गृहस्थी चरमरा गई है। 'जागरण' ने कुछ महिला शिक्षामित्रों से समायोजन रद्द होने व वेतन एवं मानदेय न मिलने के बारे में बात की तो उनका दर्द झलक पड़ा।
हरख ब्लॉक के लक्ष्मणपुर की शिक्षामित्र सविता ने कहा कि हाईकोर्ट ने जो फैसला सुनाया वह शासन के अधिकारियों के द्वारा समायोजन के बारे में की गई त्रुटिपूर्ण कार्रवाई के खिलाफ है। इसमें हम शिक्षामित्रों का कोई दोष नहीं है, मगर वेतन व मानदेय रोककर हमें दोहरी सजा दी जा रही है। अफसर ही बताएं कि भला बिना पैसे के कैसे घर-परिवार चलाएं।
हरख ब्लॉक के ही शिक्षामित्र सुषमादेवी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के सौ-सौ समायोजित शिक्षामित्रों को वेतन बांटकर वाहवाही ले ली, मगर अन्य शिक्षामित्रों का उन्हें ख्याल नहीं आया, यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है।
बंकी ब्लॉक की शिक्षामित्र सविता विश्वकर्मा ने कहा कि जब से समायोजन रद्द हुआ है और उसके पहले का भी वेतन भी रोक दिए जाने की बात सामने आई है, सभी शिक्षामित्र आहत हैं। ऐसे में अधिकारी शिक्षा में गुणवत्ता की अपेक्षा कर रहे हैं, जबकि यह कहावत है कि भूख भजन न होयं गोपाला।
मौथरी की वंदना श्रीवास्तव ने कहा कि आíथक व मानसिक रूप से परेशान शिक्षामित्रों को राहत देने की दिशा में अब तक सिर्फ कोरे आश्वासन मिले हैं।
देवा क्षेत्र के सलारपुर की शिक्षामित्र श्रुति ¨सह ने कहा कि अधिकारी चाहते हो 12 सितंबर से पहले वेतन भुगतान हो गया होता। सत्यापन के नाम पर वसूली के लालच में अधिकारियों ने मनमानी की। इब्राहिमपुर कला की शिक्षामित्र ने दीपमाला ¨सह ने कहा कि दशहरा व दीपावली का त्यौहार यूं ही बीत गया। नेताओं व अधिकारियों ने मौज से दीपावली मनाई, किसी ने शिक्षामित्रों के वेतन व मानदेय के बारे में अफसोस तक नहीं किया। बीजेमऊ की शिवकन्या ने कहा कि भाषण देना आसान है मगर इस मंहगाई में दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल है। शिक्षकों का दस दिन वेतन विलंबित हुआ तो चुनाव कार्य बहिष्कार की चेतावनी दे दी थी और हम शिक्षामित्रों से बिना वेतन के ही गुणवत्ता परक पढ़ाई की उम्मीद की जा रही है।