रायबरेली : जनपद में बेसिक शिक्षा की स्थिति लाख प्रयासों के बाद भी पटरी पर आती नहीं दिख रही है। ऐसे में नौनिहालों के भविष्य अरबों रूपए खर्च करने के बाद भी बर्बाद हो रहा है। लेकिन विभागीय अफसरों द्वारा शिक्षण कार्य की व्यवस्थाओं में सुधार करने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
मंगलवार को बीएसए रामसागर पति त्रिपाठी ने प्राथमिक विद्यालय मझिगवां हरदोई हरचंदपुर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यहां पंजीकृत छात्र-छात्राएं गिनती और पहाड़ा नहीं सुना सके। इसके साथ ही परिसर में गंदगी में फैली हुई मिली। वहीं कक्षा दो के छात्र मयंक प्रकाश ने बीएसए द्वारा पूछे गए सभी प्रश्नों की जानकारी दी। इस पर बीएसए ने उसकी पीठ थप-थपाते हुए उसे आगे बढ़ने को प्रेरित किया और उसके शिक्षण कार्य पर शिक्षकों को ध्यान देने के निर्देश दिए। बीएसए ने शिक्षकों को 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए निर्देश दिया कि अगर शिक्षण कार्य में सुधार नहीं किया गया तो उनके खिलाफ कार्यवाई की जाएगी। 15 दिनों बाद वह फिर से स्कूल का निरीक्षण करने आएंगे। वहीं बीएसए को 39 में से सिर्फ 24 छात्र उपस्थित मिले। इस पर बीएसए ने छात्रों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
बांटे स्टेवर, खिले चेहरे
रायबरेली : बछरावां में बने पूर्व माध्यमिक विद्यालय राजामऊ में बीएसए ने पहुंचकर छात्रों को स्वेटर, जूते और मोजे बांटे गए। स्टेवर और जूते-मोजे पाने के बाद छात्रों के चेहरे खुशी से खिल उठे। यहां बीएसए ने कहा कि छात्र देश का भविष्य है ऐसे में उनके शिक्षण कार्य पर ध्यान देना शिक्षक का पहला कार्य है। उन्होंने विद्यालय की प्रधानाचार्या स्नेहलता अवस्थी के कार्यों की सराहना की। इस मौके पर बीईओ बछरावां समेत कई अन्य शिक्षक मौजूद रहे।