चंदौली : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पीसी यादव के नेतृत्व में बुधवार को चार ब्लाकों के दो दर्जन से अधिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान शिक्षण कार्य में लापरवाही, बच्चों की कम संख्या, एमडीएम बनाने में लापरवाही बरतने पर दो शिक्षकों को बीएसए ने निलंबित कर दिया। वहीं 36 शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया। अचानक अधिकारियों के निरीक्षण से कार्य के प्रति लापरवाह शिक्षकों में खलबली मच गई है। शिक्षा विभाग की टीम ने बुधवार को बरहनी विकास क्षेत्र के दस विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान पठन-पाठन की स्थिति काफी खराब मिली। कहीं ड्रेस का वितरण नहीं हुआ था तो कहीं अध्यापक बगैर प्रार्थनापत्र के अनुपस्थित मिले। बीएसए ने 15 अध्यापकों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिया। वहीं एक शिक्षक की वेतन वृद्धि रोक दी। सदर ब्लाक क्षेत्र के विद्यालयों के निरीक्षण में प्राथमिक विद्यालय उरगांव की स्थिति काफी खराब थी।
नाराज बीएसए ने प्रधानाध्यापक सुरेंद्र तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं अन्य विद्यालयों के बारह अध्यापकों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया। नगर क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान एक विद्यालय में मात्र 13 छात्र उपस्थित मिले। यहां के अध्यापक आशमुद्दीन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। बीएसए पीसी यादव ने बताया कि शासन के निर्देश पर टीम गठित कर विद्यालयों के निरीक्षण का कार्य जोरशोर से शुरू है।
19 और 28 दिसंबर को नौगढ़ और चकिया ब्लाक के विद्यालयों का निरीक्षण किया गया था। इस दौरान नौगढ़ में पांच अध्यापकों का वेतन काटा गया और दो की वेतनवृद्धि रोकने की कार्रवाई की गई। वहीं चकिया में दो अध्यापकों के विरुद्ध कार्रवाई की गई थी। बता दें कि शासन का निर्देश है कि विद्यालयों में एमडीएम की स्थिति, शिक्षण कार्य, शिक्षकों के विद्यालय समय से पहुंचने, छात्रों की उपस्थिति, विद्यालय में साफ-सफाई, छात्रों की समय से छमाही परीक्षा हुई है या नहीं, इसकी अक्षरश: जांच करें।