इलाहाबाद : सत्यापन में फंसा 536 शिक्षामित्रों का वेतन
जासं, इलाहाबाद : सहायक अध्यापक पद पर समायोजित हुए द्वितीय बैच के 536 शिक्षामित्र आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। स्थिति यह है कि मई व जुलाई माह में समायोजित हुए शिक्षामित्रों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन न होने से उन्हें वेतन नहीं मिल रहा। इससे शिक्षामित्रों में खासी नाराजगी है। इस मुद्दे पर सोमवार को तमाम शिक्षामित्रों ने बीएसए कार्यालय पर धरना देकर आवाज बुलंद की।
बेसिक शिक्षा परिषद सचिव संजय सिन्हा ने सहायक शिक्षक पद पर समायोजित शिक्षामित्रों को वेतन देने के आदेश जारी कर दिए हैं। मई व जुलाई माह में समायोजित शिक्षामित्रों के शैक्षिक अभिलेखों की सत्यापन की प्रक्रिया चल रही रही थी कि सितंबर में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने समायोजित शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त करने का फैसला सुना दिया। इसके बाद सत्यापन प्रकिया रुक गई। विगत दिनों सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद दोबारा उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद शिक्षा विभाग ने उनके प्रमाण पत्रों का सत्यापन शुरू कराया लेकिन बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव द्वारा द्वितीय बैच के 536 शिक्षामित्रों को वेतन देने संबंधी आदेश जारी नहीं किए जाने से उनका वेतन रुका है जिसको लेकर उनमें काफी आक्रोश है। मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी राजकुमार का कहना है कि समायोजित शिक्षामित्रों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन हो चुका है। परिषद सचिव से वेतन देने संबंधी वार्ता हुई है। उन्होंने बताया कि 266 समायोजित शिक्षामित्रों का सत्यापन प्राप्त हो चुका है। वेतन देने के आदेश जारी किए जा चुके हैं।
इधर, आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के मंडलीय मंत्री शारदा शुक्ला व जिलाध्यक्ष अश्वनी त्रिपाठी ने बताया कि बीएसए ने आश्वासन दिया है कि शिक्षामित्रों को एक दो दिन में वेतन भुगतान करा दिया जाएगा जिससे बाद में धरना स्थगित कर दिया गया।