ललितपुर ब्यूरो :
ब्लॉक संसाधन केन्द्रों पर 18 से 21 दिसम्बर तक चार दिवसीय आरभिक पठन कौशल विकास तथा सतत् एवं व्यापक मूल्याँकन का सेवारत शिक्षकों को द्वितीय चरण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ब्लॉक संसाधन केन्द्र जखौरा पर संदर्भदाताओं द्वारा बच्चों को सरल तरीके से पढ़ाने और उनके विद्यालय में ठहराव के बारे में बारीकियाँ बताई। दूसरे दिन डायट प्राचार्य ने प्रशिक्षण का निरीक्षण किया और सवाल पूछे।
द्वितीय चरण के प्रशिक्षण को सोलह सत्रों में विभक्त किया गया है। प्रत्येक दिन 4 सत्रों का आयोजन किया जायेगा। प्रशिक्षण के दौरान संदर्भदाता बसंत जैन, दीपा सिंधी, संतोष निरजन एवं अशोक श्रीवास द्वारा प्रतिभागियों को आरभिक दक्षता विकास एवं सीखने की प्रक्रिया में सतत एवं व्यापक मूल्याँकन के बारे में जानकारी दी। संदर्भदाता बसंत जैन ने प्रशिक्षण की आवश्यकता क्या है और प्रारभिक कक्षाओं में भाषा शिक्षण की नींव मजबूत करने में सतत एवं व्यापक मूल्याँकन किस प्रकार उपयोगी है, पर चर्चा कर बच्चों को पठन पाठन के प्रति अभिप्रेरित एवं कक्षा में ठहराव बढ़ाने हेतु टिप्स दिये। संदर्भदाता संतोष निरजन ने संकेतक क्या है, कक्षा शिक्षण में ये किस प्रकार उपयोगी है की जानकारी दी। संदर्भदाता दीपा सिंधी द्वारा बच्चे भाषा कैसे सीखते है, को चरणबद्ध स्पष्ट किया। संदर्भदाता अशोक श्रीवास ने भाषा शिक्षण एवं पढ़ना क्या है पर सदन में चर्चा की। प्रशिक्षण सत्र के दूसरे दिन 18 दिसम्बर को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की प्राचार्य कीर्ति शुक्ला ने बीआरसी पहुचकर प्रशिक्षण का जायजा लिया। उन्होंने संदर्भदाताओं द्वारा सिखाई जा रही बातों के बारे में जानकारी ली और प्रशिक्षु शिक्षक-शिक्षिकाओं से भी सवाल जवाब किये।