इलाहाबाद : परिषदीय स्कूलों की हालत जहां खस्ताहाल है, वहीं नजीर बने स्कूल, मेहनत लाई रंग
इलाहाबाद : परिषदीय स्कूलों की हालत जहां खस्ताहाल है। भागीरथ प्रयास के बाद भी बच्चों की संख्या नहीं बढ़ पा रही है। वहीं जनपद के दो प्राथमिक स्कूलों पर बेसिक शिक्षा विभाग फख्र महसूस कर रहा है। अन्य स्कूलों के लिए नजीर भी बना हुआ है। यहां पर प्रतिदिन बच्चों की संख्या शत प्रतिशत दर्ज की जा रही है। किन्हीं कारणों से बच्चे स्कूल नहीं आ पाते हैं तो शिक्षक उनके घर जाकर कारण पूछते हैं। शिक्षकों की मेहनत रंग लाई है। शिक्षा अधिकारी भी इस उपलब्धि पर फूले नहीं समा रहे हैं।
कौड़िहार ब्लाक में संचालित प्राथमिक स्कूल फुलवारी बाग व मऊआइमा का प्राथमिक स्कूल देवरिया में प्रतिदिन लगभग बच्चों की संख्या शतप्रतिशत दर्ज की जाती है। फुलवारी बाग में 138 और देवरिया में 130 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। बच्चों को पढ़ाने के लिए दोनों स्कूलों में तीन-तीन शिक्षक तैनात हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी राजकुमार के मुताबिक जनपद में यही दो स्कूल हैं जहां पर बच्चों की उपस्थिति शतप्रतिशत पाई गई है। शिक्षक भी बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान देते हैं। इस कारण बच्चों का शैक्षिक स्तर अच्छा है। खास बात यह है कि बच्चे जिस दिन स्कूल नहीं आते हैं तो शिक्षक कारण जानने के लिए उनके घर जाते हैं। कहा कि अन्य स्कूल के शिक्षकों को भी उक्त दोनों स्कूलों से प्रेरणा लेनी चाहिए। ताकि अन्य स्कूल भी इसी तरह बन सकें।