राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती में भरपूर मौके दिए जा रहे हैं, उसी के अनुरूप आवेदकों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है, लेकिन भर्ती के पद बढ़ाने की कोई सुगबुगाहट तक नहीं है। ऐसे में अभ्यर्थियों ने ही अब आंदोलन करने की ठानी है ताकि शिक्षा विभाग के अफसर घोषित भर्ती के पदों में संशोधन करके उसे और बढ़ा दें। आंदोलन की मुहिम सोमवार से शुरू हो रही है।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 15 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। शासन ने इस भर्ती में हाल में ही बीटीसी 2012 बैच को भी शामिल करने का मौका दिया है। इसी को लेकर अभ्यर्थी नाराज हैं। उनका कहना है कि 15 हजार में बीटीसी 2011, विशिष्ट बीटीसी 2004, 2007 एवं 2008 के युवाओं की शिक्षकों के रूप में भर्ती होनी थी, लेकिन इसमें डीएड व बीएलएड यानी विशेष शिक्षा वालों को भी मौका दिया गया है और अब बीटीसी 2012 को भी मान्य कर दिया है। अभ्यर्थियों ने कहा कि किसी बैच विशेष से उनका विरोध नहीं है, लेकिन यदि नए लोगों को मौका दिया जा रहा है तो भर्ती के पद जरूर बढ़ाए जाएं।
विशिष्ट बीटीसी संघ के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बीटीसी 2012 बैच के लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने पदों का सृजन किया था, इसमें 19848 पद इस भर्ती से भरने की तैयारी थी। इसी बीच प्रदेश सरकार ने उर्दू भाषा के लिए नए सृजित पदों में से साढ़े तीन हजार पद आवंटित कर दिए, बाकी पदों के बारे में चुप्पी साध ली गई है। सिंह ने कहा कि 15 हजार शिक्षक भर्ती के लिए अभी आवेदन लिए जा रहे हैं। ऐसे में 16348 पदों को घोषित भर्ती में जोड़ा जाए। इसी मांग को लेकर सोमवार से शिक्षा निदेशालय में आंदोलन शुरू हो रहा है, जो मांगे माने जाने तक जारी रहेगा। इसमें शामिल होने के लिए प्रदेश भर से युवा आ रहे हैं।
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भर्ती के लिए आज बनेगी रणनीति
राब्यू, इलाहाबाद : 72825 शिक्षकों की भर्ती में विसंगतियों को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले युवाओं में भी नौकरी मिलने की उम्मीद जगी है। असल में बीते सात दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान प्रदेश के महाधिवक्ता ने कोर्ट से कहा था कि भर्ती के लिए याचिका दायर करने वाले 1100 युवाओं को भी मौका दिया जाएगा। उसी के तहत याचिका दायर करने वाले युवाओं की सोमवार को इलाहाबाद के चंद्रशेखर आजाद पार्क में बैठक हो रही है। यह जानकारी अशोक द्विवेदी ने दी है।