जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : 15000 शिक्षक भर्ती को लेकर शासन के नए फरमान के बाद में अभ्यर्थियों की ¨चता बढ़ गई है। जिनका चयन हो चुका है, वह भी अब फिर से मेरिट में फेरबदल को लेकर ¨चतित हो गए हैं तो नियुक्ति में मिलने वाली देरी भी इन अभ्यर्थियों की ¨चता बढ़ा रही है। इधर बीटीसी 2011 बैच के अभ्यर्थी भी कम परेशान नहीं।
अक्टूबर माह में 15000 शिक्षकों की भर्ती के लिए काउंसिलिंग हुई थी। उस समय से ही भर्ती विवादों के घेरे में चल रही है। सबसे पहले बीटीसी बैच 2011 के अभ्यर्थियों ने काउंसि¨लग में बीटीसी 2012 के बैच को शामिल करने पर आपत्ति जताई। अभ्यर्थियों का कहना था जिस वक्त भर्ती के लिए विज्ञापन जारी हुआ था, उस वक्त बीटीसी 2012 बैच के अभ्यर्थी आवेदन करने के लिए भी अर्ह नहीं थे। ऐसे में इन अभ्यर्थियों को शामिल नहीं किया जाना चाहिए। इसको लेकर अभ्यर्थियों ने ज्ञापन सौंपने के साथ में न्यायालय में भी गुहार लगाई। इसके चलते चयनित होने वाले अभ्यर्थी भी परेशान थे, क्योंकि उनकी नियुक्ति में देर हो रही थी। इधर अब शासन बीएलएड (बैचलर ऑफ एलीमेंट्री एजूकेशन) धारकों को भी भर्ती में शामिल करने के निर्देश दिए हैं।
इससे बीटीसी 2011 के साथ में बीटीसी 2012 बैच के उन अभ्यर्थियों की भी बेचैनी बढ़ गई है जिनका चयन हो चुका था तथा वह नियुक्ति का इंतजार कर रहे थे। अभ्यर्थियों की ¨चता लाजिमी भी है। एक माह पूर्व चयन सूची जारी होने के बाद भी प्रक्रिया अभी तक अटकी पड़ी है। ऐसे में अब नए सिरे से आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी। इससे मेरिट में बदलाव कइयों को मेरिट से बाहर कर सकता है। वहीं बीटीसी 2011 बैच की ¨चता है पहले 2012 के बैच की दावेदारी ने ही सन 2011 के बैच को बाहर कर दिया था, अब इनकी दावेदारी के बाद में स्थिति क्या होगी।