पंकज मिश्रा, हरदोई: पढ़ी लिखी बेटियां घर की रोशनी तो होती ही हैं अब उनके हुनर से विद्यालय भी चमकेंगे। बेटियों से विद्यालयों और विद्यालयों से बेटियों का मान बढ़ेगा। बालिकाओं की शत प्रतिशत उपस्थिति पर स्कूल अवार्ड तो रोज विद्यालय जाने वाली बेटी को बालिका अवार्ड दिया जाएगा। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य परियोजना निदेशालय ने एक नई कार्ययोजना तैयार की है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर प्रस्ताव मांगा गया है।
सर्व शिक्षा अभियान में बालिका शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों से लेकर परिषदीय विद्यालयों तक विशेष कार्यक्रम संचालित हैं और हर साल नई नई योजनाएं चलाई जा रही हैं। वार्षिक कार्य योजना एवं बजट 2016-17 के अप्रेजल में विशेष कार्यक्रम शामिल किया जा रहा है। राज्य परियोजना निदेशालय से नवाचार बालिका शिक्षा में विद्यालयों के प्रति बालिकाओं के रुझान और विद्यालयों में बालिकाओं की विशेष शिक्षा के लिए खास योजना बनाई गई है। जिसमें स्कूल अवार्ड एवं बालिका अवार्ड दिए जाएंगे। जिन विद्यालयों में बालिकाओं की शत प्रतिशत उपस्थिति रहती हो और बालिकाओं के शौचालय क्रियाशील हों और विद्यालय प्रबंध समिति सक्रिय रहती हो, उन्हें स्कूल अवार्ड दिया जाएगा। शुरुआती चरण में जिले के 20 विद्यालय शामिल कर उन्हें स्कूल अवार्ड में सम्मान पत्र के साथ ही पांच हजार का नगद पुरस्कार भी दिया जाएगा। वहीं शत प्रतिशत विद्यालय में उपस्थित रहने वाली छात्राओं और स्पोर्ट की टापर बालिका को मेडल के साथ ही बालिका अवार्ड दिया जाएगा। बालिका अवार्ड के लिए दो हजार छात्राओं को चुना जाएगा। आगामी शैक्षिक सत्र से पूरे प्रदेश के लिए प्रस्तावित योजना के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर कार्य योजना मांगी गई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि राज्य परियोजना निदेशालय से पत्र आया है। योजना अच्छी है, इससे न केवल बालिकाओं में विद्यालयों के प्रति रुझान बढ़ेगा बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता भी बढ़ेगी।