लखीमपुर : परिषदीय स्कूलों को सजाने, संवारने और उसकी शैक्षिक गुणवत्ता को सुधारने के प्रयास सरकार कर रही है। परिषदीय स्कूलों में बच्चों के नामांकन बढ़ाने के लिए तमाम सुविधाएं भी दी जा रही हैं। यूनीफार्म, किताबें और एमडीएम बच्चों को सरकार नि:शुल्क उपलब्ध करा रही है। जिले के पसगवां ब्लाक के धर्माखेड़ा गांव के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों ने अपने स्तर से विद्यालय के सभी बच्चों के लिए शीतलहर में स्वेटर की व्यवस्था कराई है। उन्होंने न सिर्फ अपने वेतन से अंशदान किया बल्कि गांव के लोगों से भी इस कार्य में सहयोग लिया।
पसगवां ब्लॉक के धर्माखेड़ा के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक और शिक्षिकाएं अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणाश्रोत बनकर उभरे हैं। इन दोनों विद्यालयों में करीब तीन सौ छात्र पंजीकृत हैं। इनमें से करीब 200 बच्चे गरीब परिवार के पढ़ने आते हैं। शीत लहर में उके पास ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े तक उपलब्ध नहीं हैं। सरकार के पास ऐसे गरीब बच्चों को स्वेटर व गर्म कपड़े देने की कोई योजना नहीं है। ऐसे में इन बच्चों के लिए इस विद्यालय के शिक्षकों ने स्वेटर की व्यवस्था कराकर एक अच्छी पहल की है। इस बात की जानकारी जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. ओपी राय को हुई तो उन्होंने न सिर्फ शिक्षकों की सराहना की बल्कि उनके आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित होकर अपने हाथों से बच्चों को स्वेटर भी बांटे। खीरी जिले में यह पहला मौका है जब किसी सरकारी विद्यालय के शिक्षकों ने अपने प्रयासों से गरीब बच्चों की मदद के लिए प्रयास किए हैं। इस मौके पर बीएसए के साथ खंड शिक्षा अधिकारी दिनेशचंद्रा, लिपिक अंकित ¨सह व सहायक अध्यापक मित्र कुमार अवस्थी, पारुल त्रिवेदी, प्रियंबदा मिश्रा, कीर्ति प्रिया त्रिपाठी, सुरेश ¨सह यादव, प्रधान प्रमोद कुमार यादव, पूर्व माध्यमिक विद्यालय की प्रधान अध्यापिका उर्मिला मिश्रा, सहायक अध्यापक नूतन, अनुदेशक गीता शाक्य, प्रेरक श्रुति यादव, पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिकटिहा के प्रधानाध्यापक गंगाराम और धर्माखेड़ा के बुजुर्ग किसान सुरेश ¨सह समेत तमाम लोग उपस्थित थे।