जासं,इलाहाबाद : नेशनल कोलेशन फॉर एजुकेशन बाल कल्याण एवं शोध संस्थान व असंगठित कामगार मजदूर यूनियन के तत्वावधान में शनिवार को आयोजित जन सुनवाई में बुनियादी शिक्षा मौलिक अधिकार पर चर्चा हुई। इस मौके पर शिक्षा से वंचित बच्चों की पीड़ा सुनी गई।
महामना शिक्षक भवन रामबाग में कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा अधिकारी राजकुमार व उप्र प्रधानाचार्य परिषद के महामंत्री डा. बृजेश शर्मा व शिक्षा से वंचित बच्चों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मुख्य अतिथि ने कहा कि शिक्षा से वंचित बालिकाओं को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में प्रवेश दिया जाएगा। बच्चों को प्राथमिक स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा। विशिष्ट अतिथि सहायक श्रमायुक्त डीपी सिंह ने कहा कि बाल श्रमिक बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराकर उनके परिवारों के पुनर्वासन व अन्य योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित कराया जाएगा। पूर्व सहायक आयुक्त एमपी श्रीवास्तव ने कहा कि बाल श्रमिकों का दर्द वाजिब है उनका हक सरकार में बैठे लोगों को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए देना चाहिए। जन सुनवाई में रामू, कविता, विजय कुमार, रेखा, आशीष ने शिक्षा न हासिल कर पाने का दर्द बयां किया। शिक्षा का अधिकार कानून का पालन कराने के लिए राज्य स्तरीय समिति गठित की गई, जिसमें राम यादव, डा. के एन भट्ट, शैलेंद्र द्विवेदी, नाजिम अंसारी, एमपी श्रीवास्तव, आभा द्विवेदी को शामिल किया गया। अध्यक्षता पूर्व आइएएस श्रीराम यादव ने की। इस मौके पर अनीता देवी, विनोद कुमार, दीपक कुमार, अरुण कुमार, आर विकास आदि मौजूद रहे। संचालन डा. प्रमोद शुक्ला ने किया।