जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : गुरुजी की धड़कनें बढ़ी हुई है। क्लास के कमजोर छात्रों को ढूंढ-ढूंढकर गुरूजी पढ़ा रहे हैं, और तो और लापरवाह शिक्षक भी जनवरी माह में होने वाली परीक्षा को लेकर बेचैन हैं। यूं तो यह परीक्षा छात्रों की है, लेकिन परीक्षा में छात्रों के जवाब ही गुरुजी को मिलने वाले ईनाम या दंड का फैसला करेंगे।
बताते चलें, छह माह पहले बेसलाइन परीक्षा के साथ में शिक्षा गृह कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया था। फीरोजाबाद जिले में जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने शिक्षा गृह कार्यक्रम की योजना तैयार की थी, ताकि शिक्षक लक्ष्य आधारित शिक्षण कार्य शुरू कर सकें। इसके तहत बेस लाइन परीक्षा का आयोजन करा कर जनपद के बच्चों का शैक्षिक स्तर तय किया गया। हर क्लास के छात्र को उसके ज्ञान के आधार पर ए, बी, सी एवं डी वर्ग में बांटा गया था एवं शिक्षकों को जिम्मेदारी दी थी हर दो माह में वह बच्चों को बेसलाइन सर्वें में मिले ग्रेड से आगे बढ़ाएंगे। इसके बाद में शिक्षकों को एक मौका भी दिया गया, लेकिन अब छह माह का वक्त बीत चुका है। ऐसे में विभाग ने अब तय कर लिया है जनवरी में होने वाली परीक्षा पूरी तरह अफसरों की निगरानी में हो।
विभाग पहले ही बना चुका है कार्रवाई की योजना :
शिक्षा गृह परीक्षा कार्यक्रम के साथ में ही विभाग ने पुरस्कार एवं कार्रवाई की योजना भी बनाई थी। शिक्षकों की क्लास के सभी छात्रों के आधार पर निकाला जाएगा, कितने छात्रों का ग्रेड बढ़ा तथा कितनों का नहीं बढ़ा। जिन शिक्षकों के क्लास की प्रगति खराब होगी, उनके खिलाफ वेतन रोकने, वेतन वृद्धि रोकने सहित अन्य कार्रवाई प्रस्तावित की जाएंगी।
"शिक्षा गृह कार्यक्रम से शिक्षा व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। जनवरी माह में होने वाली परीक्षा सख्त निगरानी में होगी। इस परीक्षा के आधार पर आने वाले परिणाम के आधार पर शिक्षकों की शिक्षण पद्धति का भी आंकलन हो जाएगा। जिन शिक्षकों के छात्र अच्छी प्रगति पाते हैं, उन्हें पुरुस्कृत किया जाएगा। वहीं जिन शिक्षकों के छात्रों का प्रदर्शन अच्छा नहीं होता है, उन शिक्षकों पर कार्रवाई भी की जाएगी। "
-बालमुकुंद प्रसाद
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी
फीरोजाबाद।