अभद्रता व निलंबन पर भड़के शिक्षक, शिक्षण कार्य ठप
कौशांबी : उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान के बाद बुधवार को जिले के अधिकांश विद्यालय बंद रहे। साथी शिक्षकों के पक्ष में शिक्षकों ने मुख्यालय के डायट मैदान पर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस के उत्पीड़न व निलंबित किए गए शिक्षकों की बहाली को लेकर जमकर नारेबाजी की गई। एसपी व डीएम को ज्ञापन सौंप कर शिक्षकों के साथ अभद्रता करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई व शिक्षकों का निलंबन वापस न होने तक शिक्षण कार्य बंद रखने का एलान किया गया।
मूरतगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पंसौर में तैनात शिक्षक कैलाश व कौशांबी विकास खंड के पूर्व माध्यमिक रसूलपुर सोनी में तैनात महेंद्र प्रताप ¨सह को बीते शनिवार को एसओजी टीम ने बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय के बाहर मन चाहे विद्यालय में तैनाती देने के नाम पर वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया था। इनके पास से एक डस्टर गाड़ी, आईफोन व 65 हजार रुपये नकदी के साथ ही एक सूची बरामद की थी। जिसमें शिक्षकों के पुराने विद्यालय के साथ ही नई तैनाती के विद्यालय का जिक्र था। पूछताछ में बीएसए के साथ ही उनके कार्यालय में तैनात लिपिक नाजिम व मुकेश तिवारी का नाम सामने आया था। पुलिस ने शिक्षकों से पूछताछ के बाद रात में छोड़ दिया। इसके पीछे कमजोर साक्ष्य को कारण बताया गया। सोमवार को बीएसए अशोक कुमार यादव ने दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया। इससे आक्रोशित शिक्षकों ने बुधवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर विद्यालय बंद कर दिया। डायट मैदान में जुटे शिक्षकों ने तीन घंटे तक पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बीएसए से साथियों का निलंबन वापसी की मांग करते रहे। इस दौरान संघ के अध्यक्ष मुलायम ¨सह ने कहा कि शिक्षकों के साथ पुलिस ने जो बर्ताव किया है, वह अमानवीय है, उनको सड़क से उठाकर मारापीटा गया है। इसके पूरे जिले के शिक्षक आक्रोशित हैं। कहा कि उनके खिलाफ बीएसए ने जो कार्रवाई की है वह गलत है। शिक्षकों का निलंबन वापस न होने तक शिक्षण कार्य बंद रहेगा। इस दौरान शिक्षक अशोक द्विवेदी, ध्यान ¨सह, अगम ¨सह, श्यामलाल ¨सह, अजय पांडेय, अनीता वर्मा, शर्मिला देवी, पवन यादव, विनय ¨सह, कौशलेंद्र ¨सह, अर¨वद ¨सह, फूलचंद्र, मनोज कुमार, राजेश ¨सह व प्रमोद ¨सह आदि रहे।
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एसपी आफिस में किया प्रदर्शन
डायट परिसर में धरने के बाद शिक्षक प्रदर्शन करते हुए एएसपी व एसओजी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एसपी आफिस पहुंचे। भारी संख्या में शिक्षकों को देखकर पुलिस व पीएसी सतर्क हो गई। शिक्षकों ने सीओ सिटी आलोक मिश्रा को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि पुलिस के जो जवान मामले में दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। शिक्षक के सम्मान के खिलाफ कोई कदम उठे तो शिक्षक खुलकर इसका विरोध करेंगे।
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डीएम को भी सौंपा ज्ञापन
- शिक्षक दर्जनों की संख्या में नारेबाजी करते हुए डीएम आवास पहुंचे। डीएम एके ¨सह को ज्ञापन देकर कहा कि शिक्षकों के साथ पुलिस ने जो बर्ताव किया है, वह गलत है। सरसवां ब्लाक अध्यक्ष अनिल ¨सह ने कहा कि शिक्षक दोषी थे तो उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए। किसी तरह से प्रताड़ित करना गलत है। इसके लिए जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
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निलंबन वापसी की रही चर्चा
- शिक्षक के प्रदर्शन के दौरान बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारियों द्वारा लगातार निलंबन वापस लिए जाने की चर्चा होती रही। मामले को लेकर बीएसए ने कहा कि शिक्षकों के निलंबन वापस लेने संबंधी कोई फैसला नहीं लिया गया है। इस तरह की चर्चा गलत है।