गोंडा: क्षेत्र में सरयू व घाघरा के बीच में बसे माझा क्षेत्र के नौनिहालों की शिक्षा अध्यापकों के बेरुखी के चलते भगवान भरोसे है। अध्यापकों के न आने से कहीं स्थानीय लोग शिक्षा दे रहे हैं तो कहीं अध्यापक के अभाव में विद्यालय बंद पड़े हैं। पेश है एक रिपोर्ट।
-प्राथमिक विद्यालय बरुहा माझा पसका
शनिवार की सुबह 10:20 बजे। विद्यालय ताला लगा हुआ था। परिसर में एक महिला एक दर्जन बच्चों को पढ़ा रही थी। पूछने पर बताया कि तीन माह पूर्व तैनात अध्यापक बच्चों को यूनिफार्म बांटने आए थे। तब से नहीं आए, उसे डेढ़ हजार रुपये महीने के मानदेय पर रखे हुए हैं। छात्रों की उपस्थिति पंजिका प्राइवेट कर्मी के पास रखा है तथा अध्यापक उपस्थिति पंजिका कमरे में रखकर ताला बंद कर दिया गया है। बच्चों ने बताया कि उन्हें एक सेट यूनिफार्म मिला है। खाना नहीं बन रहा है।
-पूर्व माध्यमिक विद्यालय उल्टहवा मांझा
समय 10:50 बजे विद्यालय में अध्यापक के न आने से बच्चे वापस लौट चुके थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां अध्यापक कभी-कभार ही आते हैं। जिससे ज्यादातर समय स्कूल बंद ही रहता है।
-प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय पसका द्वितीय
-समय 11:15 बजे। दोनों विद्यालयों में ताला लगा हुआ था। एक दर्जन बच्चे बस्ता लटकाए अध्यापक का इंतजार कर रहे थे। परंतु वह वह नहीं आए और बच्चे निराश होकर वापस लौट गए।
खंड शिक्षा अधिकारी रामराज ने कहा कि विद्यालय न खोलने व अनुपस्थित रहने वाले अध्यापकों की वेतन कटौती के साथ ही विभागीय कार्रवाई की जाएगी।