स्कूल में आग का गोला बनने से बचे मासूम
कौशांबी : प्रदेश सरकार की तरफ से सरकारी स्कूलों में बन रहे दोपहर भोजन के मामले में बुधवार को एक काला अध्याय जुड़ने से बच गया। स्कूल में बनाए जा रहे एमडीएम के दौरान रसोई गैस सिलेंडर में आग लग गई। आग की लपटों को देख शिक्षक व बच्चे शोर मचाकर भागने लगे। इस दौरान कई छात्र चुटहिल भी हो गए। सूचना के करीब एक घंटे बाद मौके पर पहुंचे फायर बिग्रेड के कर्मचारियों ने लपटों पर काबू पाया।
सदर तहसील के टेवां स्थित जूनियर हाईस्कूल को उच्चीकृत करके हाईस्कूल तक कर दिया गया है। यहां जूनियर तक के बच्चों के लिए रोजाना मिड डे मील बनता है। बुधवार को भी खाना बनाया जा रहा था। दोपहर करीब 12 बजे अचानक रसोई गैस सिलेंडर में आग लग गई। सिलेंडर से लपटें उठती देख रसोइया भाग निकला। हादसे के बाद स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। बच्चों के अलावा स्टाफ भी भाग कर बाहर आ गए। स्कूल में लगी आग की सूचना हेडमास्टर लालजी ने तत्काल फायर बिग्रेड को दी। सूचना के करीब एक घंटे बाद फायर कर्मी मौके पर पहुंचे। तब ग्रामीण आग पर काबू पा चुके थे।
शाबास.. दिलीप
कक्षा आठ में पढ़ने वाले बच्चे दिलीप ने साहस का परिचय दिया। स्कूल में भगदड़ मचने के दौरान दिलीप अकेले ही स्कूल में घुस गया। और आलू के एक बोरे को उसने पानी से गीला कर रेग्यूलेटर के पास लपेट दिया। इसके बाद आग की लपटें कुछ शांत हुई। आग बुझने के बाद स्कूल के कर्मचारी अंदर जाने की हिम्मत जुटा सके।