प्रतापगढ़ : प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की उपस्थिति में किए जा रहे फर्जीवाड़े पर नकेल कसने की तैयारी प्रदेश सरकार कर रही है। जल्द ही एसएमएस अलर्ट के जरिए बच्चों की अटेंडेंस की क्रॉस चे¨कग की जाएगी। इसके लिए बच्चों की सूची ऑनलाइन करने की तैयारी चल रही है। हफ्ते में दो बार हाजिरी रजिस्टर से क्रास चे¨कग की जाएगी। गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित हेड मास्टर या शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्राइमरी स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था सुधारने के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार पानी की तरह पैसा बहा रही है। पढ़ाई निश्शुल्क करने के साथ बच्चों को ड्रेस, पुस्तकें निश्शुल्क दी जा रही है। यही नही बच्चों को आकर्षित करने के लिए मध्यान्ह भोजन भी शुरू कर दी गई। इस सबके बावजूद न तो प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ रही है और न ही उनकी उपस्थिति शत प्रतिशत हो रही है। बच्चों की उपस्थिति जानने के लिए एसएमएस अलर्ट के जरिए रोजाना यह जानकारी की जाती है कि कितने बच्चों के लिए एमडीएम बना है। हालांकि इसमें भी फर्जीवाड़ा कर दिया जा रहा है।
तमाम प्रयासों के बाद भी न तो प्राइमरी स्कूलों में पठन पाठन की गुणवत्ता में सुधार आ रहा है और न ही बच्चों की उपस्थिति बढ़ पा रही है। लेकिन कार्रवाई होने के भय से शिक्षक गैर हाजिर बच्चों की अटेंडेंस लगा देते हैं। इस फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार एसएमएस अलर्ट के जरिए क्लासवार बच्चों की उपस्थिति को चेक करेगी। जिले में लगभग 3.17 लाख बच्चे प्राइमरी स्कूलों में पढ़ रहे हैं। इन बच्चों का नाम ऑनलाइन किया जा रहा है। लगभग 87 प्रतिशत बच्चों का नाम कंप्यूटर में फीड किया जा चुका है। हफ्ते में दो बार हाजिरी रजिस्टर से बच्चों की संख्या का मिलान किया जाएगा। अगर मिड डे मील में बताई गई बच्चों की संख्या और हाजिरी रजिस्टर में उपस्थिति बच्चों की संख्या में अंतर पाया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह योजना अगले साल से शुरू होने की उम्मीद है। बीएसए माधवजी तिवारी का कहना है कि बच्चों की उपस्थिति को चेक करने के लिए उनके नाम ऑनलाइन किए जा रहे हैं। एसएमएस अलर्ट के जरिए बच्चों की हाजिरी चेक की जाएगी। बच्चों का नाम कंप्यूटर में फीड किया जा रहा है।