जागरण संवाददाता, भलुअनी, देवरिया: अध्यापक एक राष्ट्र निर्माता होता है। उसी के माध्यम से एक आदर्श नागरिक की नींव का निर्माण होता है। शिक्षक की सबसे बड़ी पूजा उसकी कर्तव्य निष्ठा होती है। यह बातें जिला बेसिक शिक्षाधिकारी मनोज कुमार मिश्रा ने कही। वह शनिवार को भलुअनी स्थित ब्लाक संसाधन केंद्र पर शैक्षिक स्पंदन महोत्सव को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र ¨सह ने कहा की शिक्षकों को अपना पुराना आदर्श अपनाने की जरुरत हैं, जिससे समाज में सम्मान जनक स्थिति कायम हो सके। विशिष्ट अतिथि प्रेम चंद मिश्र ने कहा की शिक्षा में गिरावट के लिए शासन भी कम दोषी नहीं है।उनके ऊपर शिक्षण कार्य के अतिरिक्त अन्य कार्यों का भी बोझ डाल दिया जाता है। इसके पूर्व मां सरस्वती के चित्र पर द्वीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। तत्पश्चात ऋतंवरा कश्यप, सुषमा चौधरी और मीनाक्षी ने सरस्वती वंदना तथा कुमकुम त्रिपाठी ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सफल प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि ने प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। कक्षा 1 से 5 और 6 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए प्रतिभा खोज परीक्षा और 1 से 8 तक के शिक्षकों के लिए उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को खंड शिक्षाधिकारी वंशीधर श्रीवास्तव, ब्लाक उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार ¨सह, सह समन्वयक विनोद मिश्र शंभुनाथ त्रिपाठी आदि ने भी संबोधित किया। अध्यक्षता शंभुनाथ त्रिपाठी और संचालन ज्ञान प्रकाश मिश्र ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से विद्या निवास यादव शंभुनाथ मिश्र अजय यादव विजय बहादुर गिरी सुबाष यादव दुर्गानंद दीक्षित, चंदा यादव आदि उपस्थित रहे।