ललितपुर ब्यूरो :
स्कूल की बजाय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बगैर किसी काम के मंडराने वाले गुरुजनों के दिन अब लद चुके है। यदि अब वह बिना किसी कारण कार्यालय में मंडराये तो उन्हे इसका खामियाजा भुगतना होगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कार्यालय में आगंतुक रजिस्टर रखवा दिया है। यदि बगैर किसी वाजिब कारण के कोई शिक्षक स्कूल समय में दफ्तर में नजर आया तो उन्हे प्रतिकूल प्रविष्टि दी जायेगी।
लगभग तीन माह पूर्व एसपी यादव ने बेसिक शिक्षा विभाग की कमान संभाली थी। पदभार संभालते ही शिक्षामित्रों के अभिलेखों के सत्यापन और नियुक्तियों ने उन्हे उलझा दिया था। उससे उबरे तो पंचायत चुनाव में व्यस्त हो गये। इस दौरान विभाग में एक मैसेज गया कि बीएसए ज्यादा दिन जनपद में टिकने वाले नहीं है। यही वजह है कि विभागीय गतिविधियों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जा रहा है, लेकिन इन सब अफवाहों को उन्होंने पंचायत चुनाव समाप्त होते ही झुठला दिया है। चुनाव समाप्त होने के बाद बीएसए के न सिर्फ तेवर तल्ख दिख रहे है बल्कि अब ऐसा नजर आने लगा कि वाकई वह कुछ करना चाहते है। सबसे पहले उन्होंने विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति समय पर करने के साथ ही छात्र उपस्थिति बढ़ाने पर जोर दिया है। विद्यालयों समय में बीएसए कार्यालय मंडराने वाले शिक्षकों पर उन्होंने टेड़ी नजर दौड़ा दी है। उन्होंने स्कूल समय में कार्यालय के चक्कर काटने वालों पर शिकंजा कसने के मकसद से एक आगंतुक रजिस्टर दफ्तर के मुख्य प्रवेश द्वार पर रखवा दिया है। इसमें आने-जाने वाले व्यक्ति को समय और कारण अंकित करना होगा। उन्होंने बताया कि यदि कोई शिक्षक स्कूल समय में कार्यालय में नजर आया तो उसे प्रतिकूल प्रविष्टि दी जायेगी। उन्होंने शिक्षकों को स्कूल समय में विद्यालय में रहकर शासन की मंशानुरूप शिक्षण कार्य करने के निर्देश दिये है। साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।