उरई, जागरण संवाददाता : बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में खराब स्थिति मिलने पर विभागीय अधिकारियों को जिलाधिकारी का कोप भाजन बनना पड़ा। मिड डे मील के खाद्यान्न के नमूना न लेने और गुणवत्ता का पता न करने पर डीएम ने सभी 9 खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि थमा दी। साथ ही कहा कि एफसीआई के ब्लाक गोदाम प्रभारी पर भी कार्रवाई की जायेगी। शौचालय निर्माण की रिपोर्ट फोटोग्राफ सहित न देने को लेकर सभी बीईओ का वेतन रोक दिया। उन्होंने कहा कि वेतन तब तक नहीं दिया जायेगा जब तक काम में सुधार की रिपोर्ट नहीं मिल जाती है। कस्तूरबा स्कूलों का निरीक्षण न करने पर खंड शिक्षा अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई गयी। माधौगढ़ क्षेत्र के कई स्कूलों में मिडडे मील न बनने की रिपोर्ट पर बीईओ को निलंबन की चेतावनी दी गयी।
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार वर्मा ने डीएम राम गणेश को बताया कि माधौगढ़ के बीईओ ने जानकारी दी है कि मिड डे मील बनाने के लिए जो खाद्यान्न दिया गया है उसमें चावल तो ठीक है पर गेहूं सड़ा हुआ है। गेहूं का नमूना भी लिया गया है। इस पर डीएम ने सभी बीईओ से पूंछा कि कितने लोगों ने खाद्यान्न के सेंपिल लिए हैं। माधौगढ़ के बीईओ को छोड़कर अन्य सभी बीईओ ने कहा कि वह लोग सेंपिल ले लेंगे। इस पर सभी को कड़ी फटकार लगायी गयी। डीएम ने कहा कि अभी तक क्या करते रहे। उन्होंने सभी बीईओ को प्रतिकूल प्रविष्टि थमा दी। साथ ही कहा कि जिस ब्लाक के गोदाम से खराब खाद्यान्न दिया गया है उसके गोदाम प्रभारी पर भी एफआईआर कराई जायेगी। बीएसए ने जानकारी दी कि शौचालय निर्माण की रिपोर्ट फोटो सहित किसी बीईओ ने नहीं दी है। जिस पर डीएम ने सभी बीईओ का वेतन रोक दिया। मिडडे मील की स्थिति पूंछने पर पता चला कि माधौगढ़ ब्लाक में 26 स्कूलों में मिडडे मील नियमित रूप से नहीं बना। इसको लापरवाही मानते हुए डीएम ने बीईओ को निलंबित करने की चेतावनी दी। जिलाधिकारी ने कहा कि इस महीने कितने स्कूलों का निरीक्षण किया गया है इसकी रिपोर्ट अभी दें। किसी भी बीईओ के निरीक्षण पूरे नहीं मिले। इस पर सभी को कड़ी फटकार लगाई गयी। जिलाधिकारी ने कस्तूरबा स्कूलों में स्वास्थ्य टीमों के पहुंचने की जानकारी वार्डन से मांगी तो नदीगांव की वार्डन ने बताया कि दो महीने से स्वास्थ्य टीम छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण करने नहीं आई है। बीईओ से पूंछा गया कि उन्होंने कस्तूरबा का निरीक्षण किया है तो वह कोई जवाब नहीं दे सके। डीएम ने सीएमओ से कहा कि यह बेहद खराब बात है। आज ही चिकित्सकों को भेजकर छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण करायें। खंड शिक्षा अधिकारी को फटकारा गया। डीएम ने सभी वार्डन से पूंछा कि कस्तूरबा स्कूलों में जो भी अव्यवस्थाएं है उनके बारे में बतायें ताकि उनको दूर कराया जा सके। साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता पर भी ध्यान दें। किसी प्रकार की लापरवाही मिलने पर कठोर कार्रवाई की जायेगी। डीएम ने कहा कि बेसिक शिक्षा की स्थिति संतोष जनक नहीं है। लापरवाही के चलते यह हालत हो रही है। अब किसी भी हालत में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। इस मौके पर सीडीओ एसपी ¨सह, एडीएम आनंद कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट पीके सक्सेना, एसडीएम सदर डा. एबी ¨सह व शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी उपस्थित रहे।