इटावा, जागरण संवाददाता : विद्यालय में शिक्षण व्यवस्था पर ध्यान न देने और दायित्वों के प्रति उदासीनता बरतने के आरोप में प्रधान अध्यापक को निलंबित कर दिया गया। बच्चों को पढ़ाने में रुचि न लेने के आरोप में तीन सहायक अध्यापकों की एक वेतनवृद्धि रोक दी गई। बीएसए द्वारा विद्यालय के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान खामियां पाए जाने पर यह कार्यवाही की गई।
बीएसए जेपी राजपूत ने बढ़पुरा ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय सारंगपुरा का आकस्मिक निरीक्षण किया तो प्रधान अध्यापक मु. आरिफ खां अनुपस्थित थे। हालांकि शेष स्टाफ उपस्थित था। इस विद्यालय में मात्र 36 बच्चों के सापेक्ष मानक से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। बीएसए ने विद्यालय की अलग-अलग कक्षाओं में जाकर छात्र-छात्राओं विभिन्न विषयों से संबंधित प्रश्न किए तो बच्चे उत्तर ही नहीं दे सके। विद्यालय का शैक्षिक स्तर बहुत कम देखकर इसके लिए सहायक अध्यापक अजय प्रताप ¨सह, सविता शर्मा एवं पदम ¨सह को उत्तरदायी मानते हुए बीएसए ने उनकी एक वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी। इसके साथ ही प्रधान अध्यापक मु. आरिफ खां के द्वारा किसी भी कक्षा में शिक्षण कार्य न करने, विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था पर ध्यान न देने एवं दायित्वों के प्रति लापरवाही बरतने के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
बीएसए ने निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय सारंगपुरा में तैनात सहायक अध्यापक सुलेखा परिहार का अनुपस्थिति के चलते एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया। इस विद्यालय में किचन शेड खराब होने के कारण इसमें मिड-डे मील नहीं बनाया जा रहा है। किचन निर्माण के लिए खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया। उक्त के साथ ही 11 दिसंबर को ताखा के खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा दी गई आख्या के आधार पर प्राथमिक विद्यालय भाऊपुर में कार्यरत प्रधान अध्यापक उमेश कुमार एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत सहायक अध्यापक शोएब अजीम को अनुपस्थित रहने के चलते व दायित्वों को सही ढंग से निर्वहन न करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। प्राथमिक विद्यालय भाऊपुर के सहायक अध्यापक पंकज कुमार को नियमित रूप से अनुपस्थित रहने के चलते वेतन रोकने की कार्रवाई की गई।