एटा : 10 पैसे की बढ़ोतरी से बढ़ेगी एमडीएम की गुणवत्ता
जागरण संवाददाता, एटा: मध्यान्ह भोजन (एमडीएम) की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए सरकार ने कनवर्जन कास्ट में बढ़ोतरी की। महज 10 पैसे की वृद्धि से अब बच्चों को सेहतमंद खाना उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने सर्कुलर जारी कर खंड शिक्षा अधिकारियों को जुलाई माह से बढ़ी हुई लागत पर भुगतान करने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही मध्यान्ह भोजन योजना के तहत प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को मीनू के अनुसार प्रतिदिन भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इसके लिए विभाग की ओर से अब तक प्राथमिक स्कूलों में प्रति विद्यार्थी 3.76 रुपये और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 5.64 रुपये का भुगतान किया जाता था। अब शासन ने मिड डे मील की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए शासन ने प्रति विद्यार्थी लागत में इजाफा किया है। शासन ने आदेश जारी करते हुए जुलाई माह से ढाई फीसद की बढ़ोतरी करते हुए प्राथमिक स्कूलों के लिए 3.86 रुपये और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 5.78 रुपये प्रति विद्यार्थी भुगतान करने के निर्देश दिए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि महंगाई के दौर में आज भी सरकार स्कूलों में पौने चार रुपये में बच्चों को सेहतमंद खाने का दावा कर रही है। इससे एमडीएम की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगता नजर आ रहा है। इससे पहले शासन से एमडीएम योजना के तहत बुधवार को स्कूलों में उबला हुआ दूध वितरण करने के निर्देश जारी किए थे। जिसके लिए 7 रुपये की लागत निर्धारित की गई थी। बेसिक शिक्षा अधिकारी एसएस यादव ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को जुलाई माह से बढ़ी हुई दर से भुगतान कराने के निर्देश जारी किए हैं।