जागरण संवाददाता, जैथरा (एटा) : चुनाव प्रक्रिया में अव्यवस्थित हुई शिक्षा व्यवस्था को ढर्रे पर लाने के लिए शिक्षाधिकारियों ने कवायद तेज कर दी है। ब्लॉक संसाधन केंद्र परिसर में शैक्षिक उन्नयन व परिषदीय स्कूलों में सुधार के उद्देश्य से विकास खंड के सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को शासन से जारी निर्देश दिए गए। वहीं लापरवाह शिक्षकों को न सुधरने पर कार्रवाई के प्रति चेताया गया।
इस दौरान खंड शिक्षाधिकारी ब्रजराज ¨सह ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप स्कूलों में शिक्षा का वातावरण तैयार करें। इसके लिए नियमित शिक्षक व छात्र उपस्थिति पर खासा फोकस है। शिक्षक अब मनमाने ढंग से बंक नहीं मार सकेंगे। अवकाश के लिए एसएमएस और नई व्यवस्था के तहत उन्हें निर्धारित अवकाश पत्र दिए जाएंगे। जिससे गायब रहकर भी रजिस्टर में हस्ताक्षर जैसी स्थिति पर अंकुश लग सके। इसके अलावा स्कूल का वातावरण बेहतर बनाने के लिए रंगाई-पुताई, स्वच्छ शौचालय व कक्ष, वृक्षारोपण आदि ¨बदुओं पर भी सुधार को कहा। इसी क्रम में शैक्षिक स्तर सुधार के लिए नियमित पठन-पाठन, शिक्षक डायरी पर जोर दिया। बच्चों को एक साथ एक कमरे में न बैठाकर निर्धारित समय सारणी के अनुरूप कक्षाएं संचालित करने को कहा। उन्होंने हिदायत दी कि सभी प्रधानाध्यापक सुधार को प्रयास करें। कभी भी शासन की टीमें निरीक्षण को आ सकती है। विद्यालय समय पर खुलें और बंद हों, इस बात पर ध्यान दिया जाए। एमडीएम व अन्य योजनाएं विधिवत संचालित हों। प्रधानाध्यापकों ने भी अपनी समस्याएं उनके समक्ष रखीं। इस दौरान वरिष्ठ एबीआरसी शैलेंद्र द्विवेदी, जयवीर ¨सह, संतोष श्रीवास्तव, आर्येंद्र ¨सह, अलका दीक्षित, लेखाकार मनोज शाक्य, वीरपाल ¨सह के अलावा प्रशांत यादव, वारिज ¨सह राठौर, नवाब ¨सह, अखिलेश यादव सहित ब्लॉक क्षेत्र के अन्य प्रधानाध्यापक मौजूद थे।