विद्यार्थियों की अनुपस्थिति बताएगी गुरु जी की उपस्थिति
जागरण संवाददाता, कासगंज (एटा) : अब घर बैठे मनमाने ढंग से न तो मिड-डे-मील में विद्यार्थियों की संख्या दी जा सकेगी और न ही गुरूजी देरी से स्कूल पहुंच सकेंगे। सरकार की ऐसी व्यवस्था लागू हुई है कि विद्यार्थी की अनुपस्थिति ही बता देगी कि गुरू जी उपस्थित हैं या नहीं। इस व्यवस्था से कुछ लाभ भी है तो कहीं न कहीं हानि भी होगी। फिलहाल शासन की मंशा के अनुरूप जनपद के एक विकास खंड में यह व्यवस्था लागू हो गई है।
अगर विद्यालय में देरी से पहुंचे तो किसी विभागीय अधिकारी के निरीक्षण की जरूरत नहीं होगी बल्कि स्वत: ही गुरू जी की मनमानी पर अंकुश लग जाएगा। एसएमएस से शासन को अवगत कराया जाएगा कि विद्यालय में कितने विद्यार्थी अनुपस्थित हैं। इसी के आधार पर मध्यान्ह भोजन भी तैयार होगा और धरातल पर सही स्थिति शासन को मिल सकेगी। एक तरफ तो विद्यार्थियों की अनुपस्थित और मध्यान्ह भोजन की उपस्थिति में जरा भी अंतर आया तो बस संबंधित शिक्षक का नपना तय है। इस व्यवस्था से प्रधानाध्यापक या इंचार्ज अध्यापक को सुबह 9 बजे से अनुपस्थित विद्यार्थियों की जानकारी करना जरूरी होगी और 10 बजे तक हर हाल में मैसेज डाल देना होगा। 11 बजे तक अगर मैसेज नहीं पहुंचता है तो 100 रुपये फाइन (जुर्माना) गुरू जी पर लग जाएगा और उसके बाद भी मैसेज नहीं आता है तो पूरे दिन शिक्षक को अनुपस्थित मानते हुए उसका वेतन कट जाएगा क्योंकि 11 बजे तक हर हाल में एनआइसी पर यह सूचना अपलोड हो जाएगी।
यह होंगे हानि लाभ
इस नई एसएमएस व्यवस्था से लाभ तो यह होगा कि मध्यान्ह भोजन में शिक्षक अब मनमानी नहीं कर सकेंगे और सही जानकारी शासन को दे सकेंगे। इसके साथ ही विद्यालय भी समय से ही खुल सकेंगे। इसके विपरीत यह हानि होगी कि देर से पहुंचने वाले बच्चों की निरंतर अनुपस्थित होगी और स्वत: ही नामांकन कम होने लगेंगे। ऐसे बच्चे जो प्राइवेट पढ़ रहे हैं उनका भी नाम कटना तय हो जाएगा। जो शिक्षक मोबाइल चलाना नहीं जानते हैं और सेवानिवृत्ति की दहलीज पर है उनके लिए यह व्यवस्था परेशानी का सबब बनेगी।
ऐसे डालना है मैसेज
मैसेज डालने की प्रक्रिया है कि मैसेज बॉक्स में एसएटीएसयूपी लिखकर स्पेस देना होगा और फिर जो कक्षा होगी उसके हिसाब से ही फिर कक्षा का नंबर लिखकर छात्रों की अनुक्रमांक सहित संख्या विभाग द्वारा बताए गए नंबर पर भेजनी होगी।
बिना जानकारी के नहीं होनी चाहिए व्यवस्था
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष शुभनेश यादव वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिलीप यादव महामंत्री खूबेंद्र लोधी और जिला उपाध्यक्ष मुनेश कुमार का कहना है कि व्यवस्था का शिक्षक संघ पुरजोर विरोध करता है।
सिढ़पुरा में प्रभावी हुई व्यवस्था
प्रशासन द्वारा निर्देश जारी करने के बाद जनपद में भले ही सभी विकास खंडों में यह व्यवस्था लागू न हो लेकिन सिढ़पुरा विकास खंड के खंड शिक्षा अधिकारी ने यह व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी है।
व्यवस्था की अनदेखी बर्दाश्त नहीं
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीवान ¨सह ने कहा है कि एसएमएस व्यवस्था प्रभावी ढंग से लागू कर दी गई है प्रतिदिन शिक्षक को एसएमएस डालना होगा। 100 फीसद शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है और 70 फीसद विद्यार्थियों की उपस्थिति होनी चाहिए।