जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : मई 2015 में बेस लाइन सर्वे परीक्षा से शुरु हुए शिक्षा गृह कार्यक्रम का यूनिट टेस्ट फरवरी में कराने की तिथि जिला प्रशासन ने मुकर्रर कर दी है। इसके साथ ही जनपद के शिक्षकों की नींद उड़ गई है। वजह साफ है स्कूलों में कई बच्चे अभी भी बेस लाइन सर्वे के स्तर से ऊंचे नहीं उठ सके हैं, जबकि इनका ग्रेड बढ़ाने की जिम्मेदारी शिक्षकों की है।
प्रदेश में फीरोजाबाद पहला जिला है, जहां पर शिक्षा गृह कार्यक्रम के जरिए शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की जवाबदेही तय करने के साथ में न पढ़ाने वाले शिक्षकों का चिन्हांकन शुरू कर दिया है। बेस लाइन सर्वे से कक्षा तीन से आठ तक के बच्चों को पहले ग्रेड दिया था तथा अब इन यूनिट टेस्ट के द्वारा देखा जा रहा है बच्चों के ज्ञान में किस स्तर तक बढ़ोत्तरी हुई। पहले यूनिट टेस्ट में जनपद के सात ब्लाकों का परिणाम खासा खराब रहा था। ऐसे में इन शिक्षकों को लिखित रूप से विभाग द्वारा चेतावनी जारी करते हुए अंतिम मौका दिया जा रहा है। वहीं 15 फरवरी को यूनिट टेस्ट की तारीख तय की है। जिलाधिकारी निधि केसरवानी भी शिक्षा को लेकर संजीदा हैं। लिहाजा उन्होने तय किया है कि इस बार होने वाली परीक्षा मे जिला स्तरीय अधिकारियों को लगाया जाएगा, ताकि परीक्षा की शुचिता बनी रहे।
लखनऊ में भी गूंजेगा फीरोजाबाद का प्रयास
फीरोजाबाद में शिक्षा गृह कार्यक्रम की गूंज शासन तक पहुंच गई है। प्रदेश में एकमात्र जिला है जहां पर शिक्षकों को उनके दायित्व के प्रति जवाबदेह बनाया जा रहा है। अब इस प्रयास की गूंज लखनऊ में प्रदेश भर के शिक्षाधिकारियों के समक्ष गूंजेगी। बताया जा रहा है बेसिक शिक्षा के प्रमुख सचिव फीरोजाबाद में चल रहे शिक्षा गृह कार्यक्रम का प्रस्तुतिकरण लखनऊ में कराने की तैयारी कर रहे हैं। इसी सप्ताह में इसकी तारीख भी तय होने की संभावना है।
'शिक्षा गृह कार्यक्रम सिर्फ बच्चों के बढ़ते ज्ञान पर नजर रखने के लिए है। स्कूलों में शिक्षण कार्य हो रहा है या नहीं? हमने मई में सत्र प्रारंभ में बच्चों का ग्रेड चार्ट तैयार कराया था तथा शिक्षकों को हर दो माह बाद होने वाली परीक्षा में ग्रेड बढ़ाने की जिम्मेदारी दी थी। हम सिर्फ इस प्रणाली से उन शिक्षकों को स्कूल में पढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं जो स्कूलों में नहीं पढ़ाते। कई स्कूलों के बच्चों ने बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन अभी भी कई शिक्षक संजीदगी से नहीं ले रहे हैं। उन्हें चेतावनी जारी की है। फरवरी की परीक्षा के बाद में लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई करेंगे।'
-बालमुकुंद प्रसाद
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी।