इलाहाबाद : बच्चे खोलेंगे गुरुजी की पोल- सह समन्वयकों को देना होगा सवालों का जवाब, परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई का स्तर परखने को शुरू हुई कवायद
√ सह समन्वयकों को देना होगा सवालों का जवाब
√ परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई का स्तर परखने को शुरू हुई कवायद
जासं, इलाहाबाद : नगर क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों का शैक्षिक स्तर परखने को नई कवायद शुरू की गई है। यह जिम्मेदारी अब सह समन्वयकों को सौंपी गई है। वह स्कूल जाकर बच्चों से सवाल पूछेंगे जिससे यह साफ होगा कि गुरुजी उन्हें कितना पढ़ा लिखा सके हैं। ऐसी व्यवस्था से शिक्षक अपनी खामियां नहीं छिपा सकेंगे। नगर के तीनों सह समन्वयकों को प्रति माह 25-25 स्कूलों के निरीक्षण का दायित्व सौंपा गया है। इस संबंध में नगर खंड शिक्षाधिकारी ने आदेश जारी किए हैं। दरअसल नगर क्षेत्र में 122 परिषदीय स्कूल संचालित हो रहे हैं, जिनमें प्राथमिक स्कूल 89 व उच्च प्राथमिक स्कूलों की संख्या 33 है। पटरी से उतरी स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन के लिए यह कदम उठाया गया है। सह समन्वयक द्वारा कक्षा एक से आठ तक के छात्र छात्रओं से निरीक्षण के दौरान स्कूल शिक्षकों द्वारा दिए जा रहे होमवर्क की हकीकत देखी जाएगी। हकीकत सामने आ सके कि शिक्षक बच्चों के पठन पाठन के प्रति कितने गंभीर हैं। सह समन्वयक को निरीक्षण आख्या पाक्षिक खंड शिक्षा अधिकारी ज्योति शुक्ला को देनी होगी। इसके बाद संबंधित स्कूल के शिक्षकों की कार्य प्रणाली व बच्चों की शैक्षिक हकीकत की रिपोर्ट बीएसए राजकुमार को सौंपी जाएगी। नगर खंड शिक्षा अधिकारी के मुताबिक जिन स्कूलों की शैक्षिक स्थिति कमजोर मिलेगी वहां के शिक्षक व शिक्षिकाओं पर प्रशासनिक कार्रवाई के लिए बीएसए को संस्तुति की जाएगी।