एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

सुल्तानपुर:अब आर-पार के मूड में नवनियुक्त शिक्षक

0 comments

अब आर-पार के मूड में नवनियुक्त शिक्षक


सुलतानपुर : बहाली के लिए बीटीसी पास नवनियुक्त शिक्षक अब आरपार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। मंगलवार से बीएसए दफ्तर में सैकड़ों शिक्षकों ने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है। दफ्तर के बरामदे में ही रात को सोए भी। बुधवार को आंदोलन ने और गति पकड़ ली। प्राथमिक शिक्षक संघ के भी पदाधिकारियों ने आंदोलन को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है।

296 अभ्यर्थियों को बीएसए रमेश यादव ने 9 नवंबर को नियुक्ति पत्र जारी कर दिया था। चौबीस घंटे भी नहीं बीते थे कि दस नवंबर को नियुक्ति पत्र पर क्रियान्वयन उन्होंने स्थगित करने का भी आदेश जारी कर दिया। फिर माह भर भी नहीं बीता था कि 14 दिसंबर को नियुक्ति पत्र निरस्त कर दिया गया। इस पर नियुक्ति पत्र पाने वाले नवनियुक्त शिक्षकों ने उच्च न्यायालय की शरण ली। 12 व 14 जनवरी को इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने नियुक्ति बहाल करते हुए बीएसए द्वारा दस नवंबर व 14 दिसंबर का आदेश स्थगित कर दिया। इसी क्रम में उच्च न्यायालय द्वारा प्राप्त आदेश की प्रति व प्रत्यावेदन के साथ अभ्यर्थियों ने प्रभारी बीएसए ओंकार ¨सह से तेरह जनवरी को भेंट की। आंदोलनकारियों का कहना है कि प्रभारी बीएसए ¨सह ने मौखिक रूप से उन्हें नियुक्ति पत्र बहाल करने का आश्वासन दिया और 18 जनवरी को वार्ता के लिए बुलाया था। लेकिन 18 जनवरी को पता चला कि बीएसए बाहर गए हुए हैं। फिर मंगलवार को पुन:बुलाया गया। परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई। तभी से आंदोलन शुरू हो गया। 296 में से दर्जनों शिक्षक आंदोलन की राह पर हैं। बीएसए दफ्तर में रजाई-गद्दा बिछाकर वहीं पर रात भर जमे रहे। दिनभर नारेबाजी और भाषणबाजी होती रही। आंदोलन के अगुवा राहुल तिवारी ने कहाकि हम न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं। अदालत के आदेश का सही क्रियान्वयन हो, जिससे हमें न्याय मिल सके। उन्होंने विभागीय कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। कहाकि जब हमारी मांगे पूरी नहीं होगी, ये आंदोलन जारी रहेगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।