बीएसए ने डीएम के पाले में डाली गेंद
सीतापुर : पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में छात्र संख्या एक सैकड़ा से कम पाए जाने पर 44 अनुदेशकों की संविदा समाप्त किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने बीएसए कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। जिसके पश्चात बीएसए ने जिन 44 अनुदेशकों की संविदा समाप्त की थी, उनकी फाइल जिलाधिकारी को भेज दी है। डीएम के निर्देश के पश्चात यह तय होगा कि 44 अनुदेशकों नवीनीकरण होगा अथवा नहीं।
उल्लेखनीय है कि जिले में तैनात अनुदेशकों का जुलाई माह में नवीनीकरण होना था, मगर छह माह तक नवीनीकरण न होने के कारण छह माह का मानदेय नहीं मिला था। नवीनीकरण से पहले बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से ऐसे विद्यालयों की रिपोर्ट मांगी थी, जिन विद्यालयों में अनुदेशकों कार्यरत है वहां पर छात्र संख्या एक सैकड़ा है अथवा नहीं। खंड शिक्षा अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर समिति ने निर्णय लिया कि जहां छात्र संख्या एक सैकड़ा कम है, ऐसे विद्यालयों में अनुदेशकों की तैनाती का कोई मतलब ही नहीं है। समिति के निर्णय को आधार बनाकर बीएसए ने 44 अनुदेशकों की संविदा समाप्त कर दी थी। जिसके विरोध में शुक्रवार को कई जिलों के अनुदेशक और एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष एकत्रित होकर बीएसए के इस निर्देश के विरोध में आवाज बुलंद की थी। मामले के तूल पकड़ने तथा कई संगठनों द्वारा अनुदेशकों को समर्थन मिलने पर बीएसए ने गेंद जिलाधिकारी के पाले में डाल दी है। बीएसए ने संविदा को लेकर पूरी पत्रावली जिलाधिकारी को भेजकर उनसे निर्देश मांगा है। बीएसए का कहना है कि जिलाधिकारी इस मामले में जो भी निर्णय लेंगे उसी का अनुपालन कराया जाएगा।
वर्जन
समिति द्वारा निर्णय पर ही 44 अनुदेशकों की संविदा का नवीनीकरण नहीं किया गया है। इन अनुदेशकों की पत्रावली जिलाधिकारी को भेज दी है, डीएम के निर्देश के बाद नियमत: कार्रवाई की जाएगी।
संजीव कुमार ¨सह, बीएसए