खुले आसमान के नीचे पढ़ रहे बच्चे
सिद्धार्थनगर : भनवापुर विकास खंड का प्राथमिक विद्यालय बिस्कोहर द्वितीय तीन साल से खंडहर में तब्दील है। भवन धराशायी होने के बाद आज तक दूसरा भवन न बनाएं जाने के चलते बच्चों को खुले आसमान के नीचे शिक्षा लेने की मजबूरी है। बावजूद महकमा मूकदर्शक बना हुआ है।
स्कूल भवन के अलावा विद्यालय परिसर में नल व शौचालय की भी व्यवस्था नहीं है। जिससे शौच व शुद्ध पेयजल के लिए बच्चों को नाना प्रकार की समस्या झेलनी पड़ रही है। सर्वाधिक दिक्कत महिला शिक्षकों को उठानी पड़ रही है। विद्यालय में दो सौ से अधिक बच्चों का नामांकन है। मगर असुविधा के चलते संख्या प्रतिदिन आधे से भी कम रहती है। भवन व पेयजल का इंतजाम न होने से मध्यान्ह भोजन योजना का सुचारु क्रियान्वयन नहीं हो पाता है। वहीं ठंड के सीजन में बच्चे जमीन पर बैठकर अध्ययन कार्य करने को विवश हैं। सहायक अध्यापिका मीरा ¨सह का कहना है कि भवन ध्वस्त होने के चलते स्कूली बच्चों को तो समस्या आ ही रही है, दूसरे महिला होने के नाते तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इंचार्ज प्रधानाध्यापक सेरात अहमद का कहना है कि इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को बहुत पहले ही दी जा चुकी है। भवन का पैसा मिलने के बाद ही निर्माण कराना संभव है।
बीएसए अजय कुमार ¨सह का कहना है कि जानकारी करवाते हैं। स्कूली बच्चों समेत शिक्षकों को कोई असुविधा न हो इसके लिए जरूरी कदम उठाएंगे।